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Kullu News: जच्छणी में मलबे ने रोकी रफ्तार, घंटों लोग हुए परेशान
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Wed, 17 Sep 2025 06:52 AM IST
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भुंतर-मणिकर्ण रोड़ पर जच्छनी में लगातार हो रहे भुस्खलन से बंद ।-वीडीओग्रैब
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कुल्लू। पार्वती घाटी की हजारों की आबादी को जोड़ने वाली भुंतर-मणिकर्ण सड़क पर जच्छणी नाले से मलबा लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। सोमवार रात सड़क पर आए मलबे ने वाहनों की रफ्तार रोकी। रात करीब 12:00 बजे के बाद मलबे में जीप फंसने से वाहनों की आवाजाही सुबह तक ठप रही। एंबुलेंस को पार्वती घाटी के युवाओं ने सड़क से पार करवाया। एक मरीज को स्ट्रेचर पर उठाकर जान जोखिम में डालकर नाले से पार करवाया।
सोमवार को दोपहर 2:00 बजे के बाद नाले में मलबा आने का क्रम शुरू हुआ। जेसीबी मशीन से मलबा हटाया जाता तो थोड़ी देर के बाद फिर से मलबा सड़क पर आता। ऐसे में सड़क में वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। सड़क के दोनों ओर लंबा जाम भी लगा रहा। मलबे और जाम ने जच्छणी में वाहनों की रफ्तार धीमी कर दी। हालांकि रात 10:40 बजे तक गाड़ियां निकलना शुरू हुईं। इसके बाद फिर नाले से मलबा आया और वाहनों की आवाजाही रुक गई। रात 11:30 बजे एक एंबुलेंस भी सड़क में फंस गई। एक बच्चा जिसकी हालत बेहद खराब थी, इसे अस्पताल तक पहुंचाने के लिए नाले से होकर जान जोखिम में डालकर नाला पार करवाया गया। इसके बाद एक जीप बीच सड़क में मलबे में फंस गई तो वाहनों की आवाजाही ठप हो गई।
रात भर कोई भी वाहन आर-पार नहीं हो पाया। करीब पांच घंटे तक जीप मलबे में फंसी रही। सुबह करीब 7:30 बजे जीप को जेसीबी की सहायता से निकाला गया। इसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हुई लेकिन 8:00 बजे एक ट्रक भी मलबे के बीच फंसा। इसे भी मुश्किल से निकाला गया। मंगलवार सुबह भी सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लगा रहा। वहीं एडीसी अश्वनी कुमार का कहना है कि आपदा के बीच विभागों को सड़कों की बहाली के लिए निर्देश दिए गए हैं।
दिन के समय जच्छणी में मशीन तैनात रहती है जो मलबा समय-समय पर हटाती है। शिफ्ट पर जेसीबी ऑपरेटर को रात को भी तैनात किया जाए, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। भुंतर-मणिकर्ण सड़क पार्वती घाटी की लाइफलाइन है।
-विक्रांत शर्मा, निवासी टिपरी, पार्वती घाटी
लंबा जाम लगने और मलबा सड़क पर आने से बागवानों का सेब समय पर मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहा है। इसके साथ ही आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को लेकर आ रही एंबुलेंस का रास्ता भी रुक रहा है। प्रशासन समस्या का समाधान करे।
-नरेश कुमार, निवासी पौशी, पार्वती घाटी

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सोमवार को दोपहर 2:00 बजे के बाद नाले में मलबा आने का क्रम शुरू हुआ। जेसीबी मशीन से मलबा हटाया जाता तो थोड़ी देर के बाद फिर से मलबा सड़क पर आता। ऐसे में सड़क में वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। सड़क के दोनों ओर लंबा जाम भी लगा रहा। मलबे और जाम ने जच्छणी में वाहनों की रफ्तार धीमी कर दी। हालांकि रात 10:40 बजे तक गाड़ियां निकलना शुरू हुईं। इसके बाद फिर नाले से मलबा आया और वाहनों की आवाजाही रुक गई। रात 11:30 बजे एक एंबुलेंस भी सड़क में फंस गई। एक बच्चा जिसकी हालत बेहद खराब थी, इसे अस्पताल तक पहुंचाने के लिए नाले से होकर जान जोखिम में डालकर नाला पार करवाया गया। इसके बाद एक जीप बीच सड़क में मलबे में फंस गई तो वाहनों की आवाजाही ठप हो गई।
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रात भर कोई भी वाहन आर-पार नहीं हो पाया। करीब पांच घंटे तक जीप मलबे में फंसी रही। सुबह करीब 7:30 बजे जीप को जेसीबी की सहायता से निकाला गया। इसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हुई लेकिन 8:00 बजे एक ट्रक भी मलबे के बीच फंसा। इसे भी मुश्किल से निकाला गया। मंगलवार सुबह भी सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लगा रहा। वहीं एडीसी अश्वनी कुमार का कहना है कि आपदा के बीच विभागों को सड़कों की बहाली के लिए निर्देश दिए गए हैं।
दिन के समय जच्छणी में मशीन तैनात रहती है जो मलबा समय-समय पर हटाती है। शिफ्ट पर जेसीबी ऑपरेटर को रात को भी तैनात किया जाए, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। भुंतर-मणिकर्ण सड़क पार्वती घाटी की लाइफलाइन है।
-विक्रांत शर्मा, निवासी टिपरी, पार्वती घाटी
लंबा जाम लगने और मलबा सड़क पर आने से बागवानों का सेब समय पर मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहा है। इसके साथ ही आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को लेकर आ रही एंबुलेंस का रास्ता भी रुक रहा है। प्रशासन समस्या का समाधान करे।
-नरेश कुमार, निवासी पौशी, पार्वती घाटी