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Rampur Bushahar News: खिलाड़ियों के पंखों पर असुविधाओं का बोझ
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पदम छात्र स्कूल में खुले खेलो इंडिया खेलों सेंटर में बुनियादी सुविधाओं का इंतजार। संवाद
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ग्राउंड रिपोर्ट : बजट के बावजूद रामपुर के खेलो इंडिया खेलो सेंटर में नहीं मिल रहीं सुविधाएं
जुलाई 2024 में भारतीय खेल प्राधिकरण ने दी थी रामपुर को सेंटर की सौगात
डेढ़ वर्ष बाद भी सुविधाओं के अभाव में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ी
सात लाख का स्वीकृत बजट नहीं हुआ खर्च, मूलभूत उपकरणों का अब भी अभाव
सुभाष सेन
रामपुर बुशहर। समाज से नशे काे खत्म करने के लिए युवाओं को खेलों की तरफ मोड़ा जा रहा है, वहीं रामपुर के खेल संस्थानों पर सरकार और खेल विभाग की अनदेखी भारी पड़ रही रही है। यहां राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने के सपने देखने वाले खिलाड़ियों के पंखों पर असुविधाओं को बोझ है। केंद्र सरकार से रामपुर को डेढ़ वर्ष पूर्व खेलो इंडिया खेलो सेंटर की सौगात तो मिली, लेकिन बजट के बावजूद खिलाड़ियों को मूलभूत उपकरण और सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। सेंटर में बॉक्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ी आधी-अधूरी सुविधाओं से ही काम चला रहे हैं। खिलाड़ियों को आज भी इस सेंटर का उचित लाभ नहीं मिल पा रहा। विभाग की उदासीनता खिलाड़ियों के भविष्य को प्रभावित कर रही है। जुलाई 2024 में भारतीय खेल प्राधिकरण ने रामपुर में यह सेंटर खोला था और सेंटर में खिलाड़ियों की मूलभूत सुविधाओं के लिए करीब सात लाख रुपये का बजट भी जारी हुआ था। हैरानी की बात है कि डेढ़ वर्ष की अवधि के बाद भी सेंटर में सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं बदला। खिलाड़ी स्कूल मैदान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। हालांकि, स्कूल के एक भवन में यह सेंटर खुला हुआ है। इस सेंटर में 15 छात्र और 15 छात्राएं बॉक्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। बॉक्सिंग के खिलाड़ियों को रामपुर में सेंटर खुलने से आधुनिक सुविधाएं मिलने की आस जगी थी, लेकिन सुविधाओं के नाम पर आज दिन तक एक नई चीज खिलाड़ियों को उपलब्ध नहीं हो पाई है।
न रिंक और न ग्लब्स और किट
स्वीकृत बजट से सेंटर में एक बॉक्सिंग रिंक, ग्लब्स, बॉक्सिंग किट और बैग समेत कई सुविधाएं खिलाड़ियों को दी जानी थीं, लेकिन राजनीतिक उपेक्षा के कारण क्षेत्र के खिलाड़ियों को सुविधाओं के अभाव में प्रशिक्षण प्राप्त करना पड़ रहा है। इस वर्ष मार्च में खेलो इंडिया खेलो सेंटर में कोच की तैनाती भी हुई, लेकिन बुनियादी सुविधा न मिलने से खिलाड़ियों में मायूसी है।
मुहैया करवाई जाएं सुविधाएं
रामपुर क्षेत्र के बॉक्सिंग खिलाड़ी प्रेरणा, ओंकार, विकास, हिमांगी, एंजल, प्रदीप कुमार, रोहित, किशोर सहित अन्य युवाओं ने प्रदेश सरकार और खेल विभाग से जल्द खेलो इंडिया खेलो सेंटर में आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाने की मांग की है।
खेलो इंडिया सेंटर रामपुर के लिए स्वीकृत बजट जारी करने को लेकर विभाग के निदेशक से पत्राचार किया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही सेंटर के लिए बजट जारी होगा और खिलाड़ियों को बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी। -राकेश धौहटा, जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी
जल्द ही सेंटर के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। सेंटर के लिए स्वीकृत बजट जल्द ही खर्च किया जाएगा। -अनुराग वर्मा, जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी हेडक्वार्टर
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जुलाई 2024 में भारतीय खेल प्राधिकरण ने दी थी रामपुर को सेंटर की सौगात
डेढ़ वर्ष बाद भी सुविधाओं के अभाव में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ी
सात लाख का स्वीकृत बजट नहीं हुआ खर्च, मूलभूत उपकरणों का अब भी अभाव
सुभाष सेन
रामपुर बुशहर। समाज से नशे काे खत्म करने के लिए युवाओं को खेलों की तरफ मोड़ा जा रहा है, वहीं रामपुर के खेल संस्थानों पर सरकार और खेल विभाग की अनदेखी भारी पड़ रही रही है। यहां राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने के सपने देखने वाले खिलाड़ियों के पंखों पर असुविधाओं को बोझ है। केंद्र सरकार से रामपुर को डेढ़ वर्ष पूर्व खेलो इंडिया खेलो सेंटर की सौगात तो मिली, लेकिन बजट के बावजूद खिलाड़ियों को मूलभूत उपकरण और सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। सेंटर में बॉक्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ी आधी-अधूरी सुविधाओं से ही काम चला रहे हैं। खिलाड़ियों को आज भी इस सेंटर का उचित लाभ नहीं मिल पा रहा। विभाग की उदासीनता खिलाड़ियों के भविष्य को प्रभावित कर रही है। जुलाई 2024 में भारतीय खेल प्राधिकरण ने रामपुर में यह सेंटर खोला था और सेंटर में खिलाड़ियों की मूलभूत सुविधाओं के लिए करीब सात लाख रुपये का बजट भी जारी हुआ था। हैरानी की बात है कि डेढ़ वर्ष की अवधि के बाद भी सेंटर में सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं बदला। खिलाड़ी स्कूल मैदान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। हालांकि, स्कूल के एक भवन में यह सेंटर खुला हुआ है। इस सेंटर में 15 छात्र और 15 छात्राएं बॉक्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। बॉक्सिंग के खिलाड़ियों को रामपुर में सेंटर खुलने से आधुनिक सुविधाएं मिलने की आस जगी थी, लेकिन सुविधाओं के नाम पर आज दिन तक एक नई चीज खिलाड़ियों को उपलब्ध नहीं हो पाई है।
न रिंक और न ग्लब्स और किट
स्वीकृत बजट से सेंटर में एक बॉक्सिंग रिंक, ग्लब्स, बॉक्सिंग किट और बैग समेत कई सुविधाएं खिलाड़ियों को दी जानी थीं, लेकिन राजनीतिक उपेक्षा के कारण क्षेत्र के खिलाड़ियों को सुविधाओं के अभाव में प्रशिक्षण प्राप्त करना पड़ रहा है। इस वर्ष मार्च में खेलो इंडिया खेलो सेंटर में कोच की तैनाती भी हुई, लेकिन बुनियादी सुविधा न मिलने से खिलाड़ियों में मायूसी है।
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मुहैया करवाई जाएं सुविधाएं
रामपुर क्षेत्र के बॉक्सिंग खिलाड़ी प्रेरणा, ओंकार, विकास, हिमांगी, एंजल, प्रदीप कुमार, रोहित, किशोर सहित अन्य युवाओं ने प्रदेश सरकार और खेल विभाग से जल्द खेलो इंडिया खेलो सेंटर में आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाने की मांग की है।
खेलो इंडिया सेंटर रामपुर के लिए स्वीकृत बजट जारी करने को लेकर विभाग के निदेशक से पत्राचार किया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही सेंटर के लिए बजट जारी होगा और खिलाड़ियों को बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी। -राकेश धौहटा, जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी
जल्द ही सेंटर के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। सेंटर के लिए स्वीकृत बजट जल्द ही खर्च किया जाएगा। -अनुराग वर्मा, जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी हेडक्वार्टर

पदम छात्र स्कूल में खुले खेलो इंडिया खेलों सेंटर में बुनियादी सुविधाओं का इंतजार। संवाद