{"_id":"6743141d4848238c5f063f55","slug":"75-percent-farmers-could-not-sow-wheat-in-solan-district-solan-news-c-176-1-ssml1040-132838-2024-11-24","type":"video","status":"publish","title_hn":"सूखा : सोलन जिले में 75 फीसदी किसान नहीं कर पाए गेहूं की बिजाई","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
सूखा : सोलन जिले में 75 फीसदी किसान नहीं कर पाए गेहूं की बिजाई
शिमला ब्यूरो
Updated Sun, 24 Nov 2024 11:55 PM IST
नवंबर माह सूखा जाने से किसान नहीं कर पाए गेहूं की बिजाई समय निकल जाने पर नहीं उग पाएगा सही प्रकार से गेहूं का पौधा
संवाद न्यूज एजेंसी बद्दी(सोलन)। बारिश समय पर नहीं होने से सोलन जिले में करीब 75 फीसदी किसान गेहूं की बिजाई नहीं कर पाए हैं। बारिश न होने से किसान परेशान हैं। नवंबर माह के शुरू में गेहूं की बिजाई के लिए सबसे अच्छा समय होता है, मगर पूरा माह किसान बारिश के इंतजार में ही बीत गया। देरी से बिजाई होने से गेहूं के पौधे की ग्रोथ सही नहीं हो पाती और इसका पौधा भी एक ही रह जाता है, जिससे उत्पादन बहुत कम होता है और किसानों को लागत भी नहीं मिल पाती है। बीबीएन में 6000 हेक्टेयर जमीन पर गेहूं की बिजाई होती है। यहां पर 75 फीसदी क्षेत्र बारिश पर ही निर्भर है। इस वर्ष अक्तूबर में भी बारिश नहीं हुई। जिससे किसान मक्की व धान काटने के बाद खेत तैयार नहीं कर पाए। अब खेत पूरी तरह से सूख गए हैं। सिंचित क्षेत्र के किसानों ने तो गेहूं की बिजाई कर दी है लेकिन असिंचित क्षेत्र के लोग अभी भी आसमान की ओर देख रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अभी बारिश के आसार नहीं हैं। इससे किसानों की चिताएं और बढ़ गई हैं। नालागढ़ के भाटियां के किसान देवेंद्र चंदेल, करसौली के अशोक कुमार, खेड़ा के अवतार सैणी, मझौली के सुच्चा सिंह, रायपुर जखौली के राजेश कुमार, धनसोत के प्रेम सिंह, सनेड़ ने राम रतन ने बताया कि नालागढ़ क्षेत्र में बारिश के अभाव में गेहूं की बिजाई का कार्य रुक गया है। यहां पर इस वर्ष 810 हेक्टेयर जमीन पर किसानों ने बीज का गेहूं भी तैयार करना है लेकिन बारिश के अभाव में किसान अभी इंतजार कर रहा है। जितनी ज्यादा बिजाई का कार्य देरी से होगा तो उत्पादन भी कम होगा। उधर, नालागढ़ के विषय वाद विशेषज्ञ डॉ. संदीप गौतम ने बताया कि नालागढ़ के पहाड़ी क्षेत्र में अभी तक गेहूं की बिजाई तो दूर यहां पानी के अभाव में किसान अपने खेत भी तैयार नहीं कर पाए हैं। अभी तक केवल सिंचित क्षेत्र के लोगों ने बिजाई की है। असिंचित क्षेत्र के किसान अभी भी बारिश की इंतजार कर रहे हैं।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।