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Una News: एंबुलेंस कर्मचारियों का ऊना शहर में प्रदर्शन, कंपनी प्रबंधन पर फूटा गुस्सा
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क्षेत्रीय अस्पताल से लेकर मिनी सचिवालय तक निकाली रोष रैली
अस्पताल में विभाग के चालकों और फार्मासिस्टों ने संभाली व्यवस्था
आरोप, न तो ईएल और न ही सीएल का किया कोई प्रावधान, 12 घंटे लिया जा रहा काम
सीटू के बैनर तले 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों का प्रदर्शन
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। सीटू के बैनर तले शुक्रवार को 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों ने मिनी सचिवालय में रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने क्षेत्रीय अस्पताल से एमसी पार्क तक रोष रैली निकाली और एंबुलेंस कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी श्रम कानूनों को दरकिनार कर उनसे काम करवा रही है। कंपनी की ओर से न तो ईएल और न ही सीएल का कोई प्रावधान है। आठ घंटे की निर्धारित ड्यूटी के स्थान पर कर्मचारियों से 12 घंटे तक कार्य लिया जा रहा है, जो श्रम कानूनों का उल्लंघन है। इस संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया, लेकिन आज तक उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कर्मचारियों ने बताया कि इससे पहले भी वे हड़ताल कर चुके हैं, लेकिन सरकार और कंपनी प्रबंधन उनकी मांगों को लगातार अनदेखा कर रहा है। मजबूरन इस बार कर्मचारियों को 48 घंटे की हड़ताल पर जाना पड़ा है।
108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रधान रजनीश कुमार ने बताया कि कई वर्षों से कर्मचारियों के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि जो लोग कंपनी के समक्ष अपनी आवाज उठाते हैं, उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है। कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में वेतन में प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत बढ़ोतरी, कंपनी में सभी श्रम कानूनों को लागू करना तथा ईपीएफ व ईएसआई से संबंधित दस्तावेजी त्रुटियों को ठीक करना शामिल है। इस मौके पर सीटू ऊना से गुरनाम सिंह, यूनियन प्रधान रजनीश कुमार, उपप्रधान कुलवीर सिंह, महासचिव शशि कुमार, कोषाध्यक्ष शेवेंद्र, नरेंद्र पाल, अजय कुमार, अजय जसवाल, सुदेश कुमारी, सीमा शर्मा, ममता कुमारी, स्मृति सहित अन्य एंबुलेंस कर्मचारी मौजूद रहे।
बॉक्स
विभाग के चालकों ने संभाला जिम्मा
एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य विभाग में तैनात चालकों और फार्मासिस्टों को हड़ताल समाप्त होने तक एंबुलेंस संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले में 12 (108) और आठ (102) एंबुलेंस वाहन हैं, जो आपातकालीन स्थिति में मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके वर्मा ने बताया कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण चालकों और फार्मासिस्टों को एंबुलेंस संचालन के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आपातकाल में मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
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आरोप, न तो ईएल और न ही सीएल का किया कोई प्रावधान, 12 घंटे लिया जा रहा काम
सीटू के बैनर तले 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों का प्रदर्शन
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। सीटू के बैनर तले शुक्रवार को 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों ने मिनी सचिवालय में रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने क्षेत्रीय अस्पताल से एमसी पार्क तक रोष रैली निकाली और एंबुलेंस कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी श्रम कानूनों को दरकिनार कर उनसे काम करवा रही है। कंपनी की ओर से न तो ईएल और न ही सीएल का कोई प्रावधान है। आठ घंटे की निर्धारित ड्यूटी के स्थान पर कर्मचारियों से 12 घंटे तक कार्य लिया जा रहा है, जो श्रम कानूनों का उल्लंघन है। इस संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया, लेकिन आज तक उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कर्मचारियों ने बताया कि इससे पहले भी वे हड़ताल कर चुके हैं, लेकिन सरकार और कंपनी प्रबंधन उनकी मांगों को लगातार अनदेखा कर रहा है। मजबूरन इस बार कर्मचारियों को 48 घंटे की हड़ताल पर जाना पड़ा है।
108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रधान रजनीश कुमार ने बताया कि कई वर्षों से कर्मचारियों के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि जो लोग कंपनी के समक्ष अपनी आवाज उठाते हैं, उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है। कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में वेतन में प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत बढ़ोतरी, कंपनी में सभी श्रम कानूनों को लागू करना तथा ईपीएफ व ईएसआई से संबंधित दस्तावेजी त्रुटियों को ठीक करना शामिल है। इस मौके पर सीटू ऊना से गुरनाम सिंह, यूनियन प्रधान रजनीश कुमार, उपप्रधान कुलवीर सिंह, महासचिव शशि कुमार, कोषाध्यक्ष शेवेंद्र, नरेंद्र पाल, अजय कुमार, अजय जसवाल, सुदेश कुमारी, सीमा शर्मा, ममता कुमारी, स्मृति सहित अन्य एंबुलेंस कर्मचारी मौजूद रहे।
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विभाग के चालकों ने संभाला जिम्मा
एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य विभाग में तैनात चालकों और फार्मासिस्टों को हड़ताल समाप्त होने तक एंबुलेंस संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले में 12 (108) और आठ (102) एंबुलेंस वाहन हैं, जो आपातकालीन स्थिति में मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके वर्मा ने बताया कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण चालकों और फार्मासिस्टों को एंबुलेंस संचालन के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आपातकाल में मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।