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Una News: टीबी के मरीजों की मृत्यु दर में आई गिरावट
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तीन सालों में लगातार गिरी मृत्यु दर
जिलेभर में 2023 में 71 और 2024 में 60 मरीजों की दर्ज की गई थी मौत
साल 2025 में अब तक 39 मौतें
टीबी मुक्त अभियान के तहत जिलेभर में चल रहा विशेष अभियान
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। जिले में टीबी मृत्यु दर में बीते तीन वर्षों के दौरान लगातार गिरावट दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे निरंतर अभियानों का सकारात्मक असर धरातल पर साफ दिखाई दे रहा है। टीबी मुक्त अभियान के तहत जिले भर में जांच, उपचार और जागरूकता कार्यक्रम लगातार जारी हैं। वर्ष 2025 में अब तक टीबी से पीड़ित 39 मरीजों की मौत हुई है, जबकि वर्ष 2023 में 71 और वर्ष 2024 में 60 मरीजों की मौत दर्ज की गई थी। विभाग के सतत प्रयासों के चलते टीबी मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी आई है। जिले को क्षय रोग से मुक्त करने और टीबी से होने वाली मौतों को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। इन्हीं प्रयासों के चलते ऊना जिले को राज्य स्तर पर सम्मान भी प्राप्त हो चुका है। कुछ वर्ष पूर्व जिले में टीबी मृत्यु दर में वृद्धि स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी थी। इसके बाद विभाग ने व्यापक रणनीति अपनाते हुए जागरूकता अभियान तेज किए।
इसके अंतर्गत टीबी संक्रमित मरीजों और उनके परिजनों के घर-घर जाकर एक्स-रे और स्क्रीनिंग की गई। साथ ही मरीजों को नियमित खानपान में सुधार के लिए प्रेरित किया गया तथा जरूरतमंद मरीजों को निक्षय मित्र योजना के तहत निशुल्क राशन किटें और दवाइयां उपलब्ध करवाई गईं। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप मृत्यु दर पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2023 में स्वास्थ्य खंड अंब और बंगाणा में 17-17, गगरेट में 9, हरोली में 13 और थानाकलां में 15 मरीजों की मौत हुई थी। वहीं, वर्ष 2024 में अंब में 8, बंगाणा में 21, गगरेट में 9, हरोली में 15 और थानाकलां में 7 मरीजों की मौत दर्ज की गई। वर्ष 2025 में अब तक अंब खंड में 7, बंगाणा में 12, गगरेट में 9, हरोली में 10 और थानाकलां में 1 मरीज की मौत हुई है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि जिले में टीबी मृत्यु दर में लगातार गिरावट आई है। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य टीबी से होने वाली मृत्यु दर को शून्य पर लाना है, जिसके लिए निरंतर प्रयास जारी हैं।
कोट
टीबी को लेकर जिले में लगातार जांच और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। वर्ष 2025 में अब तक 39 टीबी मरीजों की मौत हुई है। टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। -डॉ. विशाल ठाकुर, जिला क्षय रोग अधिकारी, ऊना
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साल 2025 में अब तक 39 मौतें
टीबी मुक्त अभियान के तहत जिलेभर में चल रहा विशेष अभियान
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। जिले में टीबी मृत्यु दर में बीते तीन वर्षों के दौरान लगातार गिरावट दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे निरंतर अभियानों का सकारात्मक असर धरातल पर साफ दिखाई दे रहा है। टीबी मुक्त अभियान के तहत जिले भर में जांच, उपचार और जागरूकता कार्यक्रम लगातार जारी हैं। वर्ष 2025 में अब तक टीबी से पीड़ित 39 मरीजों की मौत हुई है, जबकि वर्ष 2023 में 71 और वर्ष 2024 में 60 मरीजों की मौत दर्ज की गई थी। विभाग के सतत प्रयासों के चलते टीबी मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी आई है। जिले को क्षय रोग से मुक्त करने और टीबी से होने वाली मौतों को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। इन्हीं प्रयासों के चलते ऊना जिले को राज्य स्तर पर सम्मान भी प्राप्त हो चुका है। कुछ वर्ष पूर्व जिले में टीबी मृत्यु दर में वृद्धि स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी थी। इसके बाद विभाग ने व्यापक रणनीति अपनाते हुए जागरूकता अभियान तेज किए।
इसके अंतर्गत टीबी संक्रमित मरीजों और उनके परिजनों के घर-घर जाकर एक्स-रे और स्क्रीनिंग की गई। साथ ही मरीजों को नियमित खानपान में सुधार के लिए प्रेरित किया गया तथा जरूरतमंद मरीजों को निक्षय मित्र योजना के तहत निशुल्क राशन किटें और दवाइयां उपलब्ध करवाई गईं। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप मृत्यु दर पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है।
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आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2023 में स्वास्थ्य खंड अंब और बंगाणा में 17-17, गगरेट में 9, हरोली में 13 और थानाकलां में 15 मरीजों की मौत हुई थी। वहीं, वर्ष 2024 में अंब में 8, बंगाणा में 21, गगरेट में 9, हरोली में 15 और थानाकलां में 7 मरीजों की मौत दर्ज की गई। वर्ष 2025 में अब तक अंब खंड में 7, बंगाणा में 12, गगरेट में 9, हरोली में 10 और थानाकलां में 1 मरीज की मौत हुई है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि जिले में टीबी मृत्यु दर में लगातार गिरावट आई है। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य टीबी से होने वाली मृत्यु दर को शून्य पर लाना है, जिसके लिए निरंतर प्रयास जारी हैं।
कोट
टीबी को लेकर जिले में लगातार जांच और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। वर्ष 2025 में अब तक 39 टीबी मरीजों की मौत हुई है। टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। -डॉ. विशाल ठाकुर, जिला क्षय रोग अधिकारी, ऊना