{"_id":"69416214524fd9277002d8b3","slug":"the-cpu-of-the-x-ray-machine-is-faulty-patients-are-in-bad-condition-every-day-una-news-c-93-1-ssml1047-175306-2025-12-16","type":"story","status":"publish","title_hn":"Una News: एक्सरे मशीन का सीपीयू खराब, आए दिन मरीजों का बुरा हाल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Una News: एक्सरे मशीन का सीपीयू खराब, आए दिन मरीजों का बुरा हाल
विज्ञापन
विज्ञापन
पड़ताल
मजबूरी में निजी लैब में जा रहे मरीज, प्रबंधन समस्या पर नहीं दे रहा कोई ध्यान
स्टाफ की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, पहले कहा- सीपीयू खराब, बाद में अपने आप चल पड़ा
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। जिले के सबसे बड़े सरकारी स्वास्थ्य संस्थान क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में एक्सरे सुविधा बार-बार ठप होने से मरीजों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक्सरे रूम के बाहर रोजाना लंबी कतारें लग रही हैं, जिससे दूर-दराज से आए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कई मरीज मजबूरी में निजी लैब में जाकर एक्सरे करवाने को मजबूर हो रहे हैं।
मरीजों का आरोप है कि अस्पताल की एक्सरे मशीन का सीपीयू आए दिन खराब हो जाता है, जिससे पूरी जांच प्रक्रिया ठप हो जाती है। मंगलवार को भी यही स्थिति देखने को मिली। सुबह से ही मरीज एक्सरे के लिए इंतजार करते रहे। आनंदपुर साहिब से आए वीरपाल सिंह ने बताया कि वह सुबह करीब 8 बजे अस्पताल पहुंचे और 9.30 बजे एक्सरे की पर्ची जमा करवाई। लेकिन दो घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी उनका एक्सरे नहीं हो पाया। बंगाणा से आए मोहन लाल ने कहा कि उन्हें भी तकनीकी खराबी का हवाला देकर लगातार इंतजार करवाया गया। टकारला की विमला देवी ने बताया कि करीब दस दिन पहले भी उन्हें एक्सरे के लिए लगभग तीन घंटे इंतजार करना पड़ा था। उस समय भी कर्मचारियों ने सीपीयू खराब होने की बात कही थी।
मरीजों ने यह भी आरोप लगाया कि एक्सरे करने वाली महिला कर्मचारी को किसी अधिकारी से फोन पर कहते हुए सुना गया कि बाहर लोग वीडियो बना रहे हैं, अगर कल को कोई मुद्दा बनता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पूरे समय के दौरान एक्सरे रूम में किसी भी मेकेनिक या तकनीकी कर्मचारी को नहीं देखा गया। इसके बावजूद कुछ देर बाद अचानक सीपीयू ठीक होने की सूचना दे दी गई और एक्सरे शुरू कर दिए गए। मरीज और उनके परिजन सवाल उठा रहे हैं कि जब कोई तकनीकी स्टाफ मौके पर नहीं था तो सीपीयू अचानक कैसे ठीक हो गया। उनका कहना है कि क्षेत्रीय अस्पताल ऊना आम जनता के लिए सबसे बड़ा सरकारी सहारा है। अगर यहां की बुनियादी जांच सुविधाएं बार-बार ठप रहती हैं, तो गरीब और दूर-दराज से आने वाले मरीजों को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि एक्सरे मशीन की तकनीकी खामियों का स्थायी समाधान किया जाए और बार-बार सीपीयू खराब होने के कारणों की जांच करवाई जाए। बता दें कि एक्सरे समेत अन्य टैस्ट की सुविधा अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध है। ऐसे में स्टाफ की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
इस मामले पर क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय मनकोटिया ने कहा कि यह मामला मेरे ध्यान में आया है। इसकी जांच कर व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।
Trending Videos
मजबूरी में निजी लैब में जा रहे मरीज, प्रबंधन समस्या पर नहीं दे रहा कोई ध्यान
स्टाफ की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, पहले कहा- सीपीयू खराब, बाद में अपने आप चल पड़ा
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। जिले के सबसे बड़े सरकारी स्वास्थ्य संस्थान क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में एक्सरे सुविधा बार-बार ठप होने से मरीजों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक्सरे रूम के बाहर रोजाना लंबी कतारें लग रही हैं, जिससे दूर-दराज से आए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कई मरीज मजबूरी में निजी लैब में जाकर एक्सरे करवाने को मजबूर हो रहे हैं।
मरीजों का आरोप है कि अस्पताल की एक्सरे मशीन का सीपीयू आए दिन खराब हो जाता है, जिससे पूरी जांच प्रक्रिया ठप हो जाती है। मंगलवार को भी यही स्थिति देखने को मिली। सुबह से ही मरीज एक्सरे के लिए इंतजार करते रहे। आनंदपुर साहिब से आए वीरपाल सिंह ने बताया कि वह सुबह करीब 8 बजे अस्पताल पहुंचे और 9.30 बजे एक्सरे की पर्ची जमा करवाई। लेकिन दो घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी उनका एक्सरे नहीं हो पाया। बंगाणा से आए मोहन लाल ने कहा कि उन्हें भी तकनीकी खराबी का हवाला देकर लगातार इंतजार करवाया गया। टकारला की विमला देवी ने बताया कि करीब दस दिन पहले भी उन्हें एक्सरे के लिए लगभग तीन घंटे इंतजार करना पड़ा था। उस समय भी कर्मचारियों ने सीपीयू खराब होने की बात कही थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
मरीजों ने यह भी आरोप लगाया कि एक्सरे करने वाली महिला कर्मचारी को किसी अधिकारी से फोन पर कहते हुए सुना गया कि बाहर लोग वीडियो बना रहे हैं, अगर कल को कोई मुद्दा बनता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पूरे समय के दौरान एक्सरे रूम में किसी भी मेकेनिक या तकनीकी कर्मचारी को नहीं देखा गया। इसके बावजूद कुछ देर बाद अचानक सीपीयू ठीक होने की सूचना दे दी गई और एक्सरे शुरू कर दिए गए। मरीज और उनके परिजन सवाल उठा रहे हैं कि जब कोई तकनीकी स्टाफ मौके पर नहीं था तो सीपीयू अचानक कैसे ठीक हो गया। उनका कहना है कि क्षेत्रीय अस्पताल ऊना आम जनता के लिए सबसे बड़ा सरकारी सहारा है। अगर यहां की बुनियादी जांच सुविधाएं बार-बार ठप रहती हैं, तो गरीब और दूर-दराज से आने वाले मरीजों को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि एक्सरे मशीन की तकनीकी खामियों का स्थायी समाधान किया जाए और बार-बार सीपीयू खराब होने के कारणों की जांच करवाई जाए। बता दें कि एक्सरे समेत अन्य टैस्ट की सुविधा अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध है। ऐसे में स्टाफ की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
इस मामले पर क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय मनकोटिया ने कहा कि यह मामला मेरे ध्यान में आया है। इसकी जांच कर व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।