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Una News: प्रधानाचार्य और स्टाफ ने खुद बदली बाल स्कूल ऊना की तस्वीर
संवाद न्यूज एजेंसी, ऊना
Updated Mon, 24 Nov 2025 06:04 AM IST
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ऊना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ऊना के प्रधानाचार्य सुरेंद्र कौंडल व स्टाफ ने आपस में समन्वय स्थापित करके स्कूल की तस्वीर बदली है। शिक्षकों ने प्रधानाचार्य के प्रयासों को फलीभूत करते हुए खुद की जेब से करीब 11 लाख रुपये की राशि खर्च कर बच्चों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराई। इसमें स्कूल में ही एक लैब के नवीनीकरण के कार्य पर साढे़ चार लाख रुपये खर्च किए गए। लैब को आधुनिक रूप दिया गया।
बच्चे अत्याधुनिक लैब में विज्ञान के क्षेत्र में नए विचारों से रूबरू होकर नई शिक्षा की विचारधारा के साथ जुड़कर आगे बढ़ रहे हैं। बच्चों का सर्वांगीण विकास शिक्षण क्षेत्र में हो रहा है। इसके अलावा स्कूल परिसर में ही एक लाख रुपये की लागत से चार वाटर कूलर भी स्थापित किए गए। बच्चों को अब स्कूल पर परिसर में ही स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिल रही है। इतना ही नहीं बल्कि प्रधानाचार्य ने अपने स्टाफ के सहयोग से बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए प्रवेश द्वार का भी सुदृढ़ीकरण अपने स्तर पर किया। इस कार्य पर करीब डेढ़ लाख रुपये खर्च आया। वहीं प्रधानाचार्य कार्यालय का स्वरूप बदलने के लिए भी स्कूल स्टाफ ने अपने प्रयासों से साढ़े तीन लाख रुपये जुटाए और ऑफिस को आकर्षक रूप दिया।
स्कूल के विकास की यह गाथा यहीं तक सीमित नहीं, बल्कि बच्चों को दोपहर का भोजन की व्यवस्था के लिए एक लाख की लागत से व्यवस्थाएं तैयार की गई। बच्चों के लिए शुद्ध और प्राकृतिक उत्पाद से भोजन तैयार किया जा रहा। वहीं शिक्षा के साथ खेलकूद और संस्कृति गतिविधियों को भी बढ़ावा देने के लिए 50,000 की लागत से एक आधुनिक तकनीक का साउंड सिस्टम भी स्थापित किया गया।
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बाल स्कूल ऊना की एसएमसी प्रधान सोम देवी का कहना है कि प्रधानाचार्य सुरेंद्र कौंडल के नेतृत्व में स्कूल स्टाफ ने स्कूल की बेहतरी के लिए कई उत्कृष्ट कार्य किए हैं, जिससे वर्तमान में स्कूल का वातावरण और बेहतर हुआ है। इस शैक्षणिक सत्र में 30 अतिरिक्त बच्चों ने विभिन्न कक्षाओं में दाखिला लिया। यह स्कूल प्रबंधन के अथक प्रयासों से संभव हो पाया।
उपनिदेशक जिला उच्च शिक्षा विभाग अनिल कुमार ने बताया कि बाल स्कूल को बेहतरीन सुविधाओं तक पहुंचने में लंबा संघर्ष करना पड़ा है। अब स्कूल नए भवन में संचालित हो रहा और प्रधानाचार्य व स्टाफ शानदार कार्य कर रहा है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।
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बच्चे अत्याधुनिक लैब में विज्ञान के क्षेत्र में नए विचारों से रूबरू होकर नई शिक्षा की विचारधारा के साथ जुड़कर आगे बढ़ रहे हैं। बच्चों का सर्वांगीण विकास शिक्षण क्षेत्र में हो रहा है। इसके अलावा स्कूल परिसर में ही एक लाख रुपये की लागत से चार वाटर कूलर भी स्थापित किए गए। बच्चों को अब स्कूल पर परिसर में ही स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिल रही है। इतना ही नहीं बल्कि प्रधानाचार्य ने अपने स्टाफ के सहयोग से बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए प्रवेश द्वार का भी सुदृढ़ीकरण अपने स्तर पर किया। इस कार्य पर करीब डेढ़ लाख रुपये खर्च आया। वहीं प्रधानाचार्य कार्यालय का स्वरूप बदलने के लिए भी स्कूल स्टाफ ने अपने प्रयासों से साढ़े तीन लाख रुपये जुटाए और ऑफिस को आकर्षक रूप दिया।
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स्कूल के विकास की यह गाथा यहीं तक सीमित नहीं, बल्कि बच्चों को दोपहर का भोजन की व्यवस्था के लिए एक लाख की लागत से व्यवस्थाएं तैयार की गई। बच्चों के लिए शुद्ध और प्राकृतिक उत्पाद से भोजन तैयार किया जा रहा। वहीं शिक्षा के साथ खेलकूद और संस्कृति गतिविधियों को भी बढ़ावा देने के लिए 50,000 की लागत से एक आधुनिक तकनीक का साउंड सिस्टम भी स्थापित किया गया।
बाल स्कूल ऊना की एसएमसी प्रधान सोम देवी का कहना है कि प्रधानाचार्य सुरेंद्र कौंडल के नेतृत्व में स्कूल स्टाफ ने स्कूल की बेहतरी के लिए कई उत्कृष्ट कार्य किए हैं, जिससे वर्तमान में स्कूल का वातावरण और बेहतर हुआ है। इस शैक्षणिक सत्र में 30 अतिरिक्त बच्चों ने विभिन्न कक्षाओं में दाखिला लिया। यह स्कूल प्रबंधन के अथक प्रयासों से संभव हो पाया।
उपनिदेशक जिला उच्च शिक्षा विभाग अनिल कुमार ने बताया कि बाल स्कूल को बेहतरीन सुविधाओं तक पहुंचने में लंबा संघर्ष करना पड़ा है। अब स्कूल नए भवन में संचालित हो रहा और प्रधानाचार्य व स्टाफ शानदार कार्य कर रहा है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।