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Jammu News: अवकाश पर विकास...4 माह से हाउस मीटिंग नहीं, रुके काम
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अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। चार महीने से नगर निगम की जनरल हाउस बैठक न होने से शहर का विकास थम गया है। पहले की बैठकों के 550 से अधिक प्रस्तावों में से 70 ही लागू हो पाए हैं। बाकी हाउस मीटिंग न होने से अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। नतीजतन, विकास कार्य रुकने से लोग परेशान हैं। पार्क, सड़कें, नालियां, नाले, स्ट्रीट लाइटें, पार्किंग समेत अन्य जरूरी काम नहीं हो पा रहे हैं।
नियम के अनुसार एक महीने में दो हाउस मीटिंग अनिवार्य हैं। फरवरी से मई तक आठ बैठकें होनी थी। लेकिन, 30 और 31 जनवरी के बाद एक भी मीटिंग नहीं हुई। बैठक न होने का कारण प्रॉपर्टी टैक्स लगना भी बताया जा रहा है। फरवरी में प्रॉपर्टी टैक्स लगने पर माहौल गरमा गया था। पार्षद भी विरोध में आ गए थे। अगर हाउस लगता तो विरोध होना तय था।
वहीं, हाउस न लगाने के रोष में निर्दलीय पार्षद पहले प्रदर्शन कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि अब इसी माह में हाउस मीटिंग हो सकती है। हाउस लगने पर पार्षदों के प्रस्तावों को हरी झंडी मिल सकती है। अन्य सत्रों में सामाजिक कल्याण विभाग, जलशक्ति, बिजली, पुलिस, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से संबंधित मसलों पर मंथन होगा।
नगर निगम भंग होने को भी बचे मात्र चार महीने
नगर निगम भंग होने को भी अब चार माह का समय ही शेष बचा है। सितंबर में सदन भंग हो जाएगा और चुनाव प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। अंतिम वर्ष में बैठकें नियमित होनी चाहिए थी। इससे शहर में लोगों की दिक्कतों का हल होना था।
हाउस की जल्द ही तिथि निर्धारित की जाएगी। सामान्य समस्याओं का निदान किया जाएगा।
- राजिंदर शर्मा, मेयर
तारीख फाइनल नहीं हुई है। जैसे ही मेयर कार्यालय से निर्देश मिलेंगे, तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी।
- परविंदर कौर, सचिव, नगर निगम
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जम्मू। चार महीने से नगर निगम की जनरल हाउस बैठक न होने से शहर का विकास थम गया है। पहले की बैठकों के 550 से अधिक प्रस्तावों में से 70 ही लागू हो पाए हैं। बाकी हाउस मीटिंग न होने से अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। नतीजतन, विकास कार्य रुकने से लोग परेशान हैं। पार्क, सड़कें, नालियां, नाले, स्ट्रीट लाइटें, पार्किंग समेत अन्य जरूरी काम नहीं हो पा रहे हैं।
नियम के अनुसार एक महीने में दो हाउस मीटिंग अनिवार्य हैं। फरवरी से मई तक आठ बैठकें होनी थी। लेकिन, 30 और 31 जनवरी के बाद एक भी मीटिंग नहीं हुई। बैठक न होने का कारण प्रॉपर्टी टैक्स लगना भी बताया जा रहा है। फरवरी में प्रॉपर्टी टैक्स लगने पर माहौल गरमा गया था। पार्षद भी विरोध में आ गए थे। अगर हाउस लगता तो विरोध होना तय था।
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वहीं, हाउस न लगाने के रोष में निर्दलीय पार्षद पहले प्रदर्शन कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि अब इसी माह में हाउस मीटिंग हो सकती है। हाउस लगने पर पार्षदों के प्रस्तावों को हरी झंडी मिल सकती है। अन्य सत्रों में सामाजिक कल्याण विभाग, जलशक्ति, बिजली, पुलिस, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से संबंधित मसलों पर मंथन होगा।
नगर निगम भंग होने को भी बचे मात्र चार महीने
नगर निगम भंग होने को भी अब चार माह का समय ही शेष बचा है। सितंबर में सदन भंग हो जाएगा और चुनाव प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। अंतिम वर्ष में बैठकें नियमित होनी चाहिए थी। इससे शहर में लोगों की दिक्कतों का हल होना था।
हाउस की जल्द ही तिथि निर्धारित की जाएगी। सामान्य समस्याओं का निदान किया जाएगा।
- राजिंदर शर्मा, मेयर
तारीख फाइनल नहीं हुई है। जैसे ही मेयर कार्यालय से निर्देश मिलेंगे, तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी।
- परविंदर कौर, सचिव, नगर निगम