Baby Cobra Pose Benefits: कमर दर्द से पेट की चर्बी तक, अर्ध भुजंगासन के हैं ये 10 फायदे
Ardha Bhujangasana Kaise Kare: भुजंगासन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन अर्ध भुजंगासन इसका सरल रूप है जो शुरुआती योगासन करने वालों के लिए असरदार योग क्रिया है। अर्धभुजंगासन के अभ्यास का सही तरीका और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानिए।
विस्तार
Ardha Bhujangasana Benefits: योग की परंपरा में कुछ आसन ऐसे हैं जो दिखने में सरल, लेकिन असर में गहरे होते हैं। अर्ध भुजंगासन उन्हीं में से एक है। यह आसन रीढ़ को जीवन देता, पेट की सेहत को दुरुस्त रखता है और मन को स्थिर करता है। अर्ध भुजंगासन (Half Cobra Pose) भुजंगासन का सरल रूप है, जिसे शुरुआती लोग भी आसानी से कर सकते हैं। यह आसन पीठ, पेट और श्वसन तंत्र पर सीधा काम करता है। सर्दी हो या गर्मी, सुबह खाली पेट इसे करने से शरीर की जड़ें मजबूत होती हैं। अर्ध भुजंगासन के अभ्यास के कई स्वास्थ्य लाभ है, अगर ये सही तरीके से किया जाए। रोज कुछ मिनट इस आसन को दें, इससे पीठ सीधी होगी, सांस गहरी होगी और मन हल्का होगा। आइए जानते हैं अर्ध भुंजगासन के अभ्यास का सही तरीका और इसके फायदे।
अर्ध भुजंगासन करने की सही विधि
स्टेप 1- पेट के बल चटाई पर लेट जाएं, पैर सीधे रखें।
स्टेप 2- हथेलियां कंधों के नीचे जमीन पर टिकाएं, कोहनियां शरीर से सटी रहें।
स्टेप 3- श्वास लेते हुए सिर और छाती को धीरे-धीरे ऊपर उठाए।
स्टेप 4- नाभि तक शरीर जमीन से उठा रहे, कमर पर जोर न डालें।
स्टेप 5- 15 से 30 सेकंड इसी स्थिति में रहें, सामान्य सांस लेते रहें।
स्टेप 6- श्वास छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस लेट जाएं।
स्टेप 7- इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं।
अर्ध भुजंगासन के 10 जबरदस्त फायदे
- रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाता है।
- कमर और पीठ दर्द में राहत देता है।
- पेट की चर्बी कम करने में सहायक है।
- पाचन तंत्र को सक्रिय करता है।
- फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
- तनाव और थकान को कम करता है।
- कंधे और गर्दन की जकड़न खोलता है।
- हार्मोन संतुलन में मदद करता है।
- बैठकर काम करने वालों के लिए बेहद लाभकारी।
- शरीर में ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
किसे सावधानी रखनी चाहिए?
गंभीर कमर दर्द, स्लिप डिस्क, गर्भावस्था या हाल की सर्जरी में यह आसन डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की सलाह से ही करें।
--------------------------
नोट: यह लेख योग विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योग गुरु से संपर्क कर सकते हैं।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।