{"_id":"6821968610cd95fbb404512c","slug":"lucknow-news-lucknow-news-c-13-1-lko1069-1198776-2025-05-12","type":"story","status":"publish","title_hn":"Lucknow News: आमदनी बढ़ाने की आड़ में अवैध कब्जेदारों को वैध करने की तैयारी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Lucknow News: आमदनी बढ़ाने की आड़ में अवैध कब्जेदारों को वैध करने की तैयारी
विज्ञापन


Trending Videos
आमदनी बढ़ाने की आड़ में अवैध कब्जेदारों को वैध करने की तैयारी
नगर निगम की ढ़ाई हजार सम्पत्तियों में 1500 में अवैध कब्जेदार
समिति के जरिए अवैध कब्जेदारों को फायदा पहुंचाने की तैयारी
माई सिटी रिपोर्टर
लखनऊ। महज बीस और तीस रुपये पर उठी सम्पत्तियों का नामांतरण शुल्क और किराया बढ़ाने की आड़ में नगर निगम का रेंट विभाग अवैध कब्जेदारों को वैध करने की तैयारी में है। इसके लिए तैयार किए गए प्रस्ताव किया गया है। जिसके बाद अलग कालोनियों और बाजारों की समितियोंं के साथ बैठक भी हो चुकी है। अब उसकी रिपोर्ट नगर निगम सदन में रखी जाएगी। जहां पर मंजूरी के बाद किराएदारी का नामांतरण शुरू कर दिया जाएगा। सदन की बैठक इस महीने के अंत या अगले महीने केकी शुरुआत में होने की संभावना है।
नगर निगम की शहर में करीब ढ़ाई हजार आवासीय व व्यावसायिक सम्पत्तियां किराए पर उठी हैं। जिनमें से ज्यादातर में अब मूल आवंटी नहीं हैं। जिनमें से काफी
कब्जेदार ऐसे हैं, जिनके नाम किराएदारी भी ट्रांसफर नहीं हुई है। अकेले चारबाग की गुरुनानक मार्केट में ही 69 आवंटी ऐसे हैं, जो अवैध रूप से काबिज हैं। जांच में यह कई साल पहले ही सामने आया चुका है। जिसके बाद यहां के 109 आवंटियों को रेंट विभाग ने आवंटन निरस्त करने की नोटिस भी जारी की थी और पुलिस को भी अवैध कब्जेदारों के खिलाफ कार्रवाई केलिए लिखा था लेकिन कुछ
नहीं हुआ। बीते साल 44 किराएदारों के आवंटन इस आधार पर निरस्त किए थे कि उन्होंने मकानोंं का स्वरूप बदलकर होटल बना लिए हैं। आवंटन निरस्त होने के बाद भी अब तक कब्जा नहीं लिया जा सका। अब आमदनी बढ़ाने की आड़ लेकर अवैध कब्जेदारों को वैध करने की तैयारी है। जो प्रस्ताव बनाया गया है उसमें अमीनाबाद और चारबाग की जिस दुकान का किराया कम से 30 हजार रुपये महीना
मिलना चाहिए वह बढऩे के बाद भी दो हजार रुपये से अधिक नहीं होगा। ऐसे में किराया बढ़ाने की आड लेकर अवैध कब्जेदारोंं को फायदा पहुंचाया जाएगा।
विज्ञापन
Trending Videos
नगर निगम की ढ़ाई हजार सम्पत्तियों में 1500 में अवैध कब्जेदार
समिति के जरिए अवैध कब्जेदारों को फायदा पहुंचाने की तैयारी
माई सिटी रिपोर्टर
लखनऊ। महज बीस और तीस रुपये पर उठी सम्पत्तियों का नामांतरण शुल्क और किराया बढ़ाने की आड़ में नगर निगम का रेंट विभाग अवैध कब्जेदारों को वैध करने की तैयारी में है। इसके लिए तैयार किए गए प्रस्ताव किया गया है। जिसके बाद अलग कालोनियों और बाजारों की समितियोंं के साथ बैठक भी हो चुकी है। अब उसकी रिपोर्ट नगर निगम सदन में रखी जाएगी। जहां पर मंजूरी के बाद किराएदारी का नामांतरण शुरू कर दिया जाएगा। सदन की बैठक इस महीने के अंत या अगले महीने केकी शुरुआत में होने की संभावना है।
नगर निगम की शहर में करीब ढ़ाई हजार आवासीय व व्यावसायिक सम्पत्तियां किराए पर उठी हैं। जिनमें से ज्यादातर में अब मूल आवंटी नहीं हैं। जिनमें से काफी
कब्जेदार ऐसे हैं, जिनके नाम किराएदारी भी ट्रांसफर नहीं हुई है। अकेले चारबाग की गुरुनानक मार्केट में ही 69 आवंटी ऐसे हैं, जो अवैध रूप से काबिज हैं। जांच में यह कई साल पहले ही सामने आया चुका है। जिसके बाद यहां के 109 आवंटियों को रेंट विभाग ने आवंटन निरस्त करने की नोटिस भी जारी की थी और पुलिस को भी अवैध कब्जेदारों के खिलाफ कार्रवाई केलिए लिखा था लेकिन कुछ
विज्ञापन
विज्ञापन
नहीं हुआ। बीते साल 44 किराएदारों के आवंटन इस आधार पर निरस्त किए थे कि उन्होंने मकानोंं का स्वरूप बदलकर होटल बना लिए हैं। आवंटन निरस्त होने के बाद भी अब तक कब्जा नहीं लिया जा सका। अब आमदनी बढ़ाने की आड़ लेकर अवैध कब्जेदारों को वैध करने की तैयारी है। जो प्रस्ताव बनाया गया है उसमें अमीनाबाद और चारबाग की जिस दुकान का किराया कम से 30 हजार रुपये महीना
मिलना चाहिए वह बढऩे के बाद भी दो हजार रुपये से अधिक नहीं होगा। ऐसे में किराया बढ़ाने की आड लेकर अवैध कब्जेदारोंं को फायदा पहुंचाया जाएगा।