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Lucknow News: ओपी श्रीवास्तव, सहारा परिवार के खिलाफ ठगी का केस
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लखनऊ। कोलकाता के संतोषपुर निवासी अरिंदम बनर्जी ने सहारा इंडिया के डिप्टी चीफ मैनेजर ओपी श्रीवास्तव व सहारा परिवार पर वेतन के दो करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने कोलकाता के टेक्नोसिटी थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने केस गोमतीनगर थाने ट्रांसफर कर दिया है।
अरिंदम बनर्जी ने बताया कि एक सितंबर 2016 को उनकी सहारा इंडिया में वरिष्ठ सलाहकार (मुख्य महाप्रबंधक कैडर) और पत्नी शिवानी की चेयरमैन कार्यालय में तैनाती हुई थी। अरिंदम का वेतन 4.40 लाख रुपये महीना था, जो बाद में 5.46 लाख रुपये कर दिया गया। शिवानी का मासिक वेतन 81 हजार रुपये था।
पीड़ित ने बताया कि चार वर्ष नौकरी करने के बाद उन्होंने व उनकी पत्नी ने छह महीने के लिए अवैतनिक अवकाश ले लिया। हालांकि, दोनों कंपनी से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े रहे। आरोप है कि जब उन्होंने जुलाई 2022 में कंपनी से बकाया वेतन मांगा तो जून 2023 में उनके खाते में थोड़ी रकम भेजी गई, जबकि उनके वेतन के 95.13 लाख और पत्नी के 20.21 लाख रुपये बकाया था।
अरिंदम ने बताया कि बकाये वेतन पर ब्याज 88.47 लाख रुपये बनता है। इसे मिलाकर पूरा वेतन 2.03 करोड़ रुपये था। पीड़ित ने जब यह रकम मांगी तो ओपी श्रीवास्तव ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। परेशान होकर उन्होंने कोलकाता पुलिस से शिकायत की। इंस्पेक्टर गोमतीनगर बृजेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मामले की विवेचना की जाएगी। उस दौरान जो भी साक्ष्य मिलेंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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अरिंदम बनर्जी ने बताया कि एक सितंबर 2016 को उनकी सहारा इंडिया में वरिष्ठ सलाहकार (मुख्य महाप्रबंधक कैडर) और पत्नी शिवानी की चेयरमैन कार्यालय में तैनाती हुई थी। अरिंदम का वेतन 4.40 लाख रुपये महीना था, जो बाद में 5.46 लाख रुपये कर दिया गया। शिवानी का मासिक वेतन 81 हजार रुपये था।
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पीड़ित ने बताया कि चार वर्ष नौकरी करने के बाद उन्होंने व उनकी पत्नी ने छह महीने के लिए अवैतनिक अवकाश ले लिया। हालांकि, दोनों कंपनी से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े रहे। आरोप है कि जब उन्होंने जुलाई 2022 में कंपनी से बकाया वेतन मांगा तो जून 2023 में उनके खाते में थोड़ी रकम भेजी गई, जबकि उनके वेतन के 95.13 लाख और पत्नी के 20.21 लाख रुपये बकाया था।
अरिंदम ने बताया कि बकाये वेतन पर ब्याज 88.47 लाख रुपये बनता है। इसे मिलाकर पूरा वेतन 2.03 करोड़ रुपये था। पीड़ित ने जब यह रकम मांगी तो ओपी श्रीवास्तव ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। परेशान होकर उन्होंने कोलकाता पुलिस से शिकायत की। इंस्पेक्टर गोमतीनगर बृजेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मामले की विवेचना की जाएगी। उस दौरान जो भी साक्ष्य मिलेंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
