यूपी: कफ सिरप कांड में दोनों डिप्टी सीएम का खुलासा, अखिलेश संग फोटो में दिखे बर्खास्त सिपाही आलोक व डब्बू
कोडीन कफ सिरप मामले में आरोपियों की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ वायरल फोटो को लेकर सियासत तेज हो गई है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने फोटो सार्वजनिक कर सपा पर निशाना साधा।
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विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा कोडीन कफ सिरप मामले के आरोपियों की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ जो तस्वीर सार्वजनिक की गई, उसमें एसटीएफ का बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह और राजधानी के वरिष्ठ सपा नेता के दामाद डब्बू यादव की फोटो है। आलोक सिंह को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं डब्बू यादव की भूमिका की पड़ताल जारी है। इसके अलावा बर्खास्त जेल वार्डर महेंद्र सिंह भी एसटीएफ के रडार पर है।
नशीले कफ सिरप की तस्करी के मामले का आरोपी आलोक सिंह पूर्व सांसद एवं बाहुबली धनंजय सिंह का करीबी है। वहीं डब्बू सिंह की भी धनंजय से करीबी बताई जाती है। धनंजय सिंह बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह के साथ अपने पुराने रिश्तों की बात कबूल कर चुके हैं। आलोक और डब्बू की धनंजय सिंह के साथ तमाम फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
अब आलोक और डब्बू यादव की अखिलेश के साथ तस्वीर ने इस मामले की जांच में नया मोड़ ला दिया है। सूत्रों के मुताबिक डब्बू यादव राजधानी और आसपास के इलाकों में रियल एस्टेट का बड़ा कारोबार करता है। हालांकि डब्बू यादव की कफ सिरप मामले में संलिप्तता की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
लाल घेरे में दोनों चेहरे
डिप्टी सीएम ने जिस फोटो को सार्वजनिक कर सपा अध्यक्ष पर आरोप लगाया है, उसमें बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह और डब्बू यादव को लाल घेरे में चिन्हित कर उनके नाम भी लिखा गया है। साथ ही, इसमें आलोक सिपाही बना सपाई लिखा था। डिप्टी सीएम द्वारा फोटो के जरिये साधे गए निशाने के बाद सपा और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस फोटो का जिक्र करते हुए कहा कि सपा को इस बारे में जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले की पूरी निष्पक्षता से जांच कर रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
