यूपी: सीएम योगी बोले- एसआईआर में ठीक से काम नहीं करने वालों के लिए खतरे की घंटी, 20 साल भुगतना होगा परिणाम
Yogi Adityanath: राजधानी के इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में भाजपा की ओर से आयोजित कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आपकी सुस्ती आपके लिए नुकसानदेह साबित होगी।
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मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान में पार्टी कार्यकर्ताओं की सुस्ती ने भाजपा के शीर्ष नेताओं की चिंता बढ़ा दी है। अभियान समाप्त होने में शेष चार दिन बचे हैं। लिहाजा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी और पार्टी का राष्ट्रीय महामंत्री और एसआईआर अभियान के केंद्रीय प्रभारी तरुण चुग रविवार को इस मुद्दे पर आयोजित कार्यशाला में पदाधिकारियों को चेताया कि अगर एसआईआर में लापरवाही बरती तो इसका परिणाम अगले 20 साल तक भुगतना पड़ेगा। वहीं, सीएम योगी ने स्पष्ट तौर पर मंत्रियों, विधायकों से प्रदेश व बूथ स्तरीय तक के कार्यकर्ताओं को चेताते हुए कहा कि यदि आप एसआइआर में काम ठीक से नहीं करते हैं तो ये आपके लिए खतरे की घंटी हो सकती है।
राजधानी के इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में भाजपा की ओर से आयोजित कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आपकी सुस्ती आपके लिए नुकसानदेह साबित होगी। कई सीटें ऐसी हैं जहां जीत का अंतर चार-पांच हजार से भी कम था। इसलिए आपकी लापरवाही से ये सीटें हम गंवा सकते हैं। सीएम ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि एसआईआर में यदि आप लोग काम नहीं करना चाहते हैं तो अभी से प्रदेश संगठन को बता दें, क्योंकि काम करने वाले लोगों की कोई कमी नहीं है। दूसरे लोग काम करने के लिए तैयार हैं।
इस मौके पर सीएम ने कुछ खास विधानसभा क्षेत्रों में काटे गए नामों का डाटा साझा भी किया। उन्होंने कहा कि लखनऊ कैंट व उत्तरी, आगरा दक्षिणी, मिल्कीपुर, हरदोई, लखीमपुर समेत प्रदेश के तीन दर्जन से अधिक विधानसभाओं 18-20 फीसदी मतदाताओं के नाम कट गए हैं। उनकी जांच-पड़ताल करके सबका नाम जुडवाइए। सीएम ने कहा कि एक-एक कार्यकर्ता घर-घर जाकर ऐसी सीटों के अपने सभी मतदाताओं का नाम जुड़वाएं। गैरहाजिर और स्थानांतिरित मतादाताओं के नाम जुड़वाने पर भी खास फोकस करें। सीएम ने कहा विपक्ष द्वारा जुड़वाए जा रहे फर्जी नामों का परीक्षण करके आपत्तियां दर्ज कराएं और नाम कटवाएं।
सीएम ने कहा कि ऐसे फर्जी मतदाताओं की पड़ताल करिये और आपत्तियां दाखिल करिये। यदि घुसपैठिये मतदाता पकड़े जाएंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी। कार्यशाला में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह काम हमने ठीक से कर लिया तो विपक्षी षड्यंत्र को यह करारा जवाब होगा। मुख्यमंत्री ने ऐसी सीटों पर चिंता जताई जो परंपरागत रूप से भाजपा की रही हैं और वहीं पर सबसे ज्यादा मतदाता स्थानांतरित, मृत या अनुपस्थित की श्रेणी में दर्ज हुए हैं। वहीं कई मुस्लिम बहुल सीटें ऐसी हैं जहां कम मतदाता कटे हैं।
एसआइआर को लेकर आयोजित कार्यशाला में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक के अलावा प्रदेश पदाधिकारी, विधायक, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी व बूथ लेवल एजेंट-1 (बीएलए) शामिल हुए।
अभी चूके तो 20 साल तक पछताना होगाः चुग
इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग भी कार्याकर्ताओं के निराशाजनक प्रदर्शन से नाखुश दिखे। उन्होंने कहा कि इस एसआईआर में मेहनत नहीं करेंगे तो अगले 20 साल में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पछताना होगा। उन्होंने भी सांसद-विधायकों को नसीहत के साथ चेतावनी देते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा, जिसे चुनाव लड़ना है, वह एसआईआर में जुटे। उन्होंने कहा, जो अभी एसआईआर में मेहनत करेगा, उसकी सांसदी और विधायकी अगले 20 साल तक सुरक्षित रहेगी। चुग ने यह भी कहा कि जिसे चुनाव नहीं लड़ना है, वह सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी को पहले ही बता दें। लेकिन, एसआईआर में पार्टी के साथ धोखा न दे।
एसआईआर कठिन परीक्षा, 100 फीसद अंक लाना जरूरी: चौधरी
सीएम योगी और चुग की चिंता को देखते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने भी कार्यकर्ताओं में जोश भरा। उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए एसआईआर में जुटने का आह्वान भी किया। चौधरी ने कहा कि पार्टी के संगठन के लिए यह परीक्षा की घड़ी है। एसआइआर वह परीक्षा है, जिसमें 100 प्रतिशत अंक लाने पर ही पास माना जाएगा। यदि पास होना है तो सभी को ईमानदारी से मेहनत करनी होगी। प्रदेश महामंत्री धर्मपाल ने किस तरह एसआइआर के लिए पार्टी ने योजना बनाई है, इसके बारे में विस्तार से बताया। कहा कि बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक टीमें काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सब अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएं।
