यूपी: इनकम टैक्स के नोटिस के खिलाफ कांग्रेस का प्रदेश भर में प्रदर्शन, राष्ट्रपति को भेजा गया ज्ञापन
Congress protests :इनकम टैक्स विभाग की ओर से कांग्रेस को भेजे गए नोटिस के खिलाफ पूरे प्रदेश के कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में भाजपा पर संवैधानिक संस्थाओं के गलत उपयोग का आरोप लगाया गया।
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कांग्रेस ने शनिवार को इनकम टैक्स की ओर से भेजे गए नोटिस के विरोध में प्रदेशभर में प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार पर आयकर विभाग के जरिये कांग्रेस के खिलाफ असंवैधानिक एवं गैरकानूनी युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया। साथ ही राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में मांग की गई कि भाजपा सरकार के इशारे पर संवैधानिक संस्थाओं के माध्यम से विपक्षी पार्टियों पर किए जा रहे हमले बंद किए जाए। चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास न किया जाए। देश में स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया जीवित रखा जाए।
विभिन्न जिला मुख्यालयों पर हुई जनसभा में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वर्ष 2016-17 के एक मामले में पिछले डेढ़ महीने से कांग्रेस के सभी खातों को सीज कर दिया गया। आयकर अधिकारियों द्वारा बैंकों पर दबाव डालकर पार्टी के खातों से जबरिया 135 करोड़ रुपये का स्थानांतरण सरकारी खातों में कर दिया गया। दो दिन पहले आयकर विभाग ने 1823.08 करोड़ के मामले में नोटिस दिया है। आरोप लगाया कि आयकर विभाग अब भाजपा के फ्रंटल संगठन के रूप में काम कर रहा है।
लखनऊ में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में जुलूस निकालने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने पार्टी कार्यालय से चंद कदम आगे बढ़ते ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया। इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन पुलिस कमिश्नर को सौंपा गया। पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला, इंदल रावत, मुकेश सिंह चौहान, बृजेश सिंह, रमेश मिश्रा आदि ने संबोधित किया। इसी तरह वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, मेरठ, अलीगढ़ सहित सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन, इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाइयों से नाराजी
जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से सभी लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रखकर केन्द्र सरकार ने आयकर विभाग के रास्ते कांग्रेस पार्टी के खिलाफ युद्घ छेड़ रखा है। कई-कई साल पुराने मामलों को लेकर जुर्माना लगाया जा रहा है। वर्ष 2016-17 के एक मामले में पिछले डेढ़ महीने से कांग्रेस पार्टी के सभी खातों को सीज कर दिया गया और आयकर अधिकारियों द्वारा बैंकों पर दबाव डालकर पार्टी के खातों से जबरिया 135 करोड़ रुपये सरकारी खातों में ट्रांसफर कर दिए गए। इतना ही नहीं दो दिन पहले आयकर विभाग द्वारा 1823 करोड़ की नई नोटिस पार्टी को फिर दी गई है। ऐसा लग रहा है कि आयकर विभाग भाजपा के फ्रंटल संगठन के तौर पर काम कर रहा है। श्री त्रिपाठी ने राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर अनुरोध किया है कि भाजपा सरकार के इशारे पर संवैधानिक संस्थाओं के माध्यम से विपक्षी पार्टियों पर किये जा रहे ऐसे हमलों को रोका जाए।