UP: '86 में 56 एसडीएम यादव बनाए... पिछड़ों को धोखा दिया', मंत्री ओपी राजभर का अखिलेश यादव पर आरोप
सुभासपा प्रमुख और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ने पिछड़ों का हक लूटा था। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में प्रदेश का खजाना लूटा जा रहा था।
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सुभासपा प्रमुख और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने इसौली स्थित वलीपुर बाजार में बुधवार को एक रैली के दौरान अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के पास पिछड़ों, मुसलमानों और सामान्य लोगों को धोखा देने वाली मशीन है। राजभर ने आरोप लगाया कि जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, तब 86 में से 56 एसडीएम यादव समुदाय से बनाए गए थे। उन्होंने अखिलेश यादव पर "हक लूटने की मशीन" रखने का भी आरोप लगाया।
मीडिया से बात करते हुए मंत्री राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी साढ़े आठ साल से सत्ता से बेदखल है और अब "महल का माल खत्म हो रहा है।" उन्होंने यह भी दावा किया कि जब सपा सत्ता में थी, तब प्रदेश का खजाना लूटा जाता था। बिहार चुनाव पर उन्होंने कहा कि वहां एनडीए गठबंधन की सरकार बनेगी और वे एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में राजभर ने एक ऐतिहासिक व्यक्ति का जिक्र करते हुए कहा कि वह "जाहिल, गंवार, बुजदिल, अनपढ़" था। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान का रहने वाला गजनी उसका भांजा सैयद मसूद गाजी उसका सेनापति था, जो भारत को लूटने और गुलाम बनाने आया था। बहराइच में युद्ध में वह मारा गया था।
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राजभर ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को इतिहास पढ़ना चाहिए, क्योंकि उसके बयान समाज में नफरत पैदा करने वाले हैं। जिले के कुड़वार में एक बीए छात्रा की हत्या के मामले पर पूछे गए सवाल पर मंत्री ने बताया कि एफआईआर दर्ज हो चुकी है, गिरफ्तारी भी हो गई है और आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने दोहराया कि "असली मुलजिम" जो बच्ची को लखनऊ तक ले गए और वापस लाए, वे जेल में हैं। हालांकि, मंत्री के इस दावे में कई पेंच नजर आ रहे हैं।
पुलिस ने एक विशेष समुदाय के युवक और उसके बहन-जीजा को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोप है कि एसओ कुड़वार अभी तक छात्रा की साइकिल बरामद नहीं कर पाए हैं। विवेचना में हत्या और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर बलात्कार आदि की धाराएं नहीं बढ़ाई गई हैं। सूत्रों के अनुसार, क्षेत्रीय भाजपा नेता के दबाव में पुलिस ने यह कार्रवाई की है और परिजनों द्वारा नामजद किए गए गांव के दो युवकों को एसओ अमित मिश्रा ने बचाया है।
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