यूपी: एक सप्ताह के भीतर सोना करीब ढाई हजार रुपए हुआ महंगा, उसी अनुपात में बढ़ीं चांदी की कीमतें, सामने आई वजह
Gold price today: सोना और चांदी की कीमतों में बीते एक सप्ताह में तेजी से इजाफा हुआ है। जानकारों के मुताबिक कीमतों को घटना चाहिए था लेकिन इनमें बढ़ोत्तरी हुई है।
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सोने-चांदी के दामों में एक बार फिर से उछाल आया है। हफ्ते भर के अंदर सोना 2350 तो चांदी 3450 रुपये महंगी हो चुकी है। जबकि एक ही दिन में सोने के दाम 1200 तो चांदी पर 1600 रुपये बढ़े हैं। उधर, सहालग के बावजूद महंगाई का असर बाजार पर पड़ा है। लोग मजबूरी में कम कीमत के गहने खरीद रहे हैं। हालांकि निवेश के लिए लोग अभी भी गोल्ड पर सबसे ज्यादा भरोसा कर रहे हैं।
इस साल के आम बजट के बाद सोना और चांदी अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं। शहर के बड़े सराफा व्यापारियों का कहना है कि महंगाई के पीछे अंतरराष्ट्रीय स्थितियां जिम्मेदार हैं। क्योंकि एक फरवरी को अमेरिका के अन्य देशों पर टैरिफ लगाने से डॉलर में मजबूती आई है। वहीं, रुपया कमजोर हुआ है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़ी हुई हैं।
लखनऊ सराफा एसोसिएशन व ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन को आस थी कि इंपोर्ट ड्यूटी कम हो सकती है। खरीद और मेकिंग चार्ज में जीएसटी कम होने से कीमतों पर कुछ असर पड़ता। इस आशय का मांग पत्र भी वित्त मंत्रालय को भेजा गया था। लेकिन बजट में इन दोनों बिंदुओं में से किसी पर कुछ एलान नहीं हुआ। इससे लगातार सोना महंगा होता गया। संगठन के प्रतिनिधियों का कहना है कि हैरानी तो तब हुई जब पूरे भाषण में वित्त मंत्री ने सराफा बाजार का जिक्र तक नहीं किया।
हफ्ते भर में इस कदर बढ़े सोने के दाम
29 जनवरी 84,000
31 जनवरी 85,500
1 फरवरी 85,500
3 फरवरी 85,350
4 फरवरी 86,350
(नोट- दाम रुपये में)
घरेलू टैक्सों में कटौती से मिलेगी राहत
अमेरिका सोना की कीमतों को नियंत्रित करने वाला देश है। ट्रंप सरकार आने के बाद चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लागू किए गए हैं,उससे डॉलर को मजबूती मिली और सोने के दाम बढ़े। बजट में उम्मीद थी कि जीएसटी में कमी होगी, लेकिन ऐसा न होने से अभी कीमतों में और भी उछाल आएगा। -मनीष वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष,आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन
इंपोर्ट ड्यूटी कम होने से भी मिलेगी राहत
सभी देश साउथ अफ्रीका से सोना आयात करते हैं। अमेरिका इसमें बड़ा निवेशक है। भारत में इंपोर्ट ड्यूटी व अन्य टैक्सेज के कारण यह और महंगा हो जाता है जबकि नेपाल व दुबई में यह सस्ता मिलता है। इसीलिए तस्करी बढ़ती है। बड़े व्यापारियों को इससे काफी मुश्किल होती है।- रविंद्र नाथ रस्तोगी, महामंत्री, यूपी सराफा एसोसिएशन