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प्रदेश के 23 जिलों में SC-ST के खिलाफ अपराध रोकने पुलिस करेगी निगरानी, 63 थाना क्षेत्र अत्याचार प्रभावित घोषित

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Thu, 18 Sep 2025 10:37 PM IST
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सार

मध्य प्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) समुदायों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 23 जिलों के 63 थाना क्षेत्रों और लगभग 100 वार्ड एवं गांवों को अत्याचार प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है।

Police will monitor 23 districts of the state to prevent crimes against SC-ST, 63 police station areas declare
पुलिस मुख्यालय, भोपाल - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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मध्यप्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) समुदायों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। गृह विभाग ने 23 जिलों के 63 थाना क्षेत्रों और लगभग 100 वार्डों एवं गांवों को अत्याचार प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है। इन क्षेत्रों में अब विशेष सतर्कता और निगरानी रखी जाएगी। सरकार का मानना है कि प्रदेश के कुछ हिस्से ऐसे हैं, जहां SC-ST वर्ग के लोगों पर अत्याचार की घटनाएं अपेक्षाकृत अधिक सामने आती हैं। ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित कर कड़ी निगरानी की जरूरत है। इसी उद्देश्य से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 एवं उसके नियमों के तहत यह अधिसूचना जारी की गई है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि चिह्नित थाना क्षेत्रों में SC-ST वर्ग के लोगों के साथ होने वाले अत्याचार पर तुरंत और सख्त कार्रवाई की जाएगी। विशेष निगरानी के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन को संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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इन क्षेत्रों में होगी कड़ी निगरानी 
जारी आदेश के अनुसार, चयनित थाना क्षेत्रों में कानून का सख्ती से पालन कराया जाएगा। पुलिस प्रशासन इन क्षेत्रों में विशेष नजर रखेगा ताकि SC-ST वर्ग के लोगों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा हो सके। इसमें इंदौर का सिमरोल।  सागर का बाहेरिया, बांदा। दमोह का राहतगढ़, कोतवाली। विदिशा का सिटी बसोदा, सिविल लाइंस। बालाघाट का कोसमी, भरवेली। मंडला का कोतवाली। धार का पद्मनगर। खंडवा का मंडलता, पंधाना।  मुरैना का कोतवाली, स्टेशन रोड, सिविल लाइंस, बमनौर। भिंड का देवाहत, मऊ। देवास के औद्योगिक क्षेत्र, पिपलावा। शाजापुर का शुजालपुर सिटी, शुजालपुर मंडी। मंदसौर का व्ययड़ी नगर। नर्मदापुरम का देहात, इटारसी, कोतवाली, पिपरिया, शिवपुर। बैतूल, रायसेन, जबलपुर, गुना, शिवपुरी, अशोनगर, ग्वालियर के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने को कहा गया है। 

  
 


 
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