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Chhindwara News: मोक्षधाम में आस्था से खिलवाड़, खारी विसर्जन करने पहुंचे परिवार को नहीं मिली अस्थियां
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छिंदवाड़ा
Published by: छिंदवाड़ा ब्यूरो
Updated Tue, 02 Sep 2025 09:26 AM IST
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सार
रामबाग निवासी नरेश मालवी ने बताया कि उनकी माताजी के अंतिम संस्कार के बाद खारी विसर्जन हेतु वे अस्थियां लेने पहुंचे, लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला। परिजनों को मजबूरन राख से ही परंपरा पूरी करनी पड़ी।

छिंदवाड़ा पातालेश्वर मोक्षधाम।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
पातालेश्वर स्थित मोक्षधाम में सोमवार को ऐसी लापरवाही सामने आई, जिसने परिजनों की आस्था और भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई। अपने प्रियजन का अंतिम संस्कार करने के बाद खारी विसर्जन के लिए पहुंचे परिवारजन तब सन्न रह गए, जब उन्हें अस्थियां ही नहीं मिलीं। इस घटना ने न केवल मृतक परिवार को दुखी किया बल्कि मोक्षधाम की व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए।

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अस्थियां न मिलने से सदमे में परिजन
रामबाग निवासी पीड़ित नरेश मालवी ने बताया कि शनिवार को उनकी माताजी चंद्राबाई पति स्व. रामप्रसाद मालवी का अंतिम संस्कार पातालेश्वर मोक्षधाम में किया गया था। रविवार को हिंदू परंपरा के अनुसार वे परिजनों के साथ मां की चिता स्थल पर पूजा-अर्चना कर लौटे थे। सोमवार सुबह जब खारी विसर्जन के लिए अस्थियां लेने पहुंचे तो वहां कुछ भी नहीं मिला। परिजनों ने जब कर्मचारियों से जानकारी मांगी तो किसी के पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था। अंततः नरेश मालवी को अपनी माताजी की बची-कुची राख से ही अंतिम संस्कार की परंपरा पूरी करनी पड़ी।
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आस्था के साथ खिलवाड़
पीड़ित नरेश मालवी का कहना है कि यह घटना बेहद गंभीर है। अस्थियां बदल जाने या गायब हो जाने का अर्थ है कि मोक्षधाम की व्यवस्थाएं पूरी तरह लापरवाही से चल रही हैं। यह हमारी आस्था और परंपरा से जुड़ा विषय है। ऐसा किसी भी परिवार के साथ हो सकता है। प्रशासन को इसकी जांच कर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
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तीन महीने से अव्यवस्था
स्थानीय लोगों के अनुसार पातालेश्वर मोक्षधाम में पिछले तीन महीने से अव्यवस्था का माहौल है। यहां नए शेड का निर्माण चल रहा है, जिसके चलते एक साइड का शेड तोड़ दिया गया है। इस कारण एक ही शेड में दो-दो चिताएं जलानी पड़ रही हैं। भीड़ और अव्यवस्था के कारण अस्थियों को अलग-अलग सुरक्षित रखना मुश्किल हो रहा है। इतना ही नहीं, मोक्षधाम में साफ-सफाई की कमी, पानी की अव्यवस्था और कर्मचारियों की लापरवाही की शिकायतें पहले भी सामने आ चुकी हैं। इसके बावजूद जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक स्थिति सुधारने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
परिजनों की मांग
पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं मृतक परिजनों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हैं। प्रशासन को तुरंत मामले की जांच कर दोषियों की जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। साथ ही मोक्षधाम में व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना चाहिए।