मऊगंज नगर में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब कानून का डर भी खत्म होता नजर आ रहा है। वार्ड नंबर 3 से सामने आए एक सनसनीखेज मामले ने स्थानीय पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक पीड़ित परिवार ने दबंगों द्वारा लगातार प्रताड़ना, धमकी और तोड़फोड़ के आरोप लगाए हैं, जिसका सीधा सबूत CCTV फुटेज के रूप में सामने आया है।
पीड़िता सुमन शुक्ला ने बताया कि 19 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे वह अपनी बेटी के साथ घर में अकेली थीं। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले आरोपी बाउंड्री वॉल तोड़कर उनके घर में घुस आए। आरोप है कि हाथ में डंडा लेकर आरोपियों ने गाली-गलौज की, जान से मारने की धमकी दी और घर में जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना में करीब एक लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं, घटना को रिकॉर्ड होते देख आरोपियों ने CCTV कैमरे तोड़ने की भी कोशिश की, लेकिन पूरी वारदात कैमरे में कैद हो गई।
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पीड़िता का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी आरोपी कई बार उन्हें घर से उठवाने और जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। बार-बार पुलिस के पास जाने के बावजूद केवल सबूत मांगे जाते रहे, जिससे मजबूर होकर परिवार ने CCTV कैमरे लगवाए।
मामले को और गंभीर बनाते हुए पीड़िता ने आरोप लगाया है कि मुख्य आरोपी मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल के नाती अर्जुन पटेल से जुड़ा हुआ है, जो कथित तौर पर एक गिरोह चलाता है। पीड़िता का दावा है कि राजनीतिक संरक्षण के चलते आरोपी खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और थाने में शिकायत दर्ज कराने में भी बाधा डाली जाती है।