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Indore News: वरिष्ठ पत्रकार निधि कुलपति ने कहा-मीडिया के प्रति विश्वास टूटा है, लेकिन उम्मीद नहीं छोड़ना चाहिए
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर
Published by: दिनेश शर्मा
Updated Fri, 12 Sep 2025 09:43 PM IST
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सार
अभ्यास मंडल के 67वें स्थापना दिवस पर व्याख्यानमाला में पत्रकार निधि कुलपति ने समकालीन चुनौतियां और मीडिया की भूमिका पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि टीवी न्यूज़ पर लगे आरोप दुखद हैं, मीडिया पर विश्वास कायम रखना जरूरी है। पर्वतीय क्षेत्रों में आपदाओं और ग्लेशियर पिघलने को लेकर ठोस कदम उठाने पर बल दिया।

निधि कुलपति मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद रहीं
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अभ्यास मंडल के 67वें स्थापना दिवस पर आयोजित व्याख्यानमाला में वरिष्ठ पत्रकार निधि कुलपति मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद रहीं। अभिनव कला समाज में आयोजित व्याख्यानमाला में समकालीन चुनौतियां व मीडिया की भूमिका विषय पर उन्होंने कहा कि हर कालखंड में चुनौतियां होती हैं। जब सभी तरफ चुनौतियां होती है तो मीडिया भी उससे अछूता नहीं रहता है।
निधि कुलपति ने कहा कि आज जिस तरह के आक्षेप टीवी न्यूज़ पर लग रहे हैं, वह दुखद है। हमारे देश की यह संस्कृति है कि हम बीमार, रोगी व्यक्ति की तामीरदारी करते हैं। यदि हमें हाथ में चोट लगती है तो हम हाथ को नहीं काट देते हैं। हम केवल आरोप लगाकर टीवी न्यूज़ को नहीं छोड़ सकते। मीडिया पर लगे जख्म की मरहम पट्टी की जरूरत है। पत्रकारिता एक प्रवाह है जो रास्ता बना ही लेती है।
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उन्होंने कहा कि मीडिया के प्रति विश्वास टूटा है, लेकिन हमें उम्मीद नहीं छोड़ना चाहिए। सोशल मीडिया की तरफ युवा इसलिए मूड रहे है,क्योंकि दूसरे मीडिया पर भरोसा कम हुआ है, लेकिन आज भी कई अच्छा काम कर रहे है। आपदाओं को कवर करने पत्रकार गए हैं। समाज से जुड़ी बातें सामने लाते हैं। उनके पीछे हमें खड़े रहना चाहिए। प्रिंट मीडिया पर विश्वास अब भी कायम है।
उन्होंने सम सामयिक मुद्दों को उठाते हुए कहा कि इस समय पर्वतीय इलाके में प्राकृतिक आपदा का लगातार आना चिंता का विषय है। ऐसे में यह सोचा जाना चाहिए कि आखिर हमसे क्या गलती हुई और वह गलती कहां हुई। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब में स्थिति को बदलने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।
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उन्होंने कहा कि हाल ही में सामने आई रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के तापमान से ज्यादा गति से पर्वतीय क्षेत्र में तापमान बढ़ता है। 1 वर्ष में बर्फ का पिघलना ज्यादा तेज हो गया है। इस सदी में 75% ग्लेशियर पिघल जाएंगे। उत्तराखंड में 800 किलोमीटर में 881 लैंडस्लाइड हुई है। इसमें से 80% हाईवे से 100 किलोमीटर के दायरे में हुई है। जोशीमठ में 800 घर में क्रैक आए हैं। वहां पर 2006 से 2022 के बीच में मकान की संख्या दोगुनी हो गई।
कार्यक्रम का संचालन माला सिंह ठाकुर ने किया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से शिवाजी मोहिते , अशोक कोठारी, पीसी शर्मा, वैशाली खरे, दीप्ति हाडा मौजूद थे। इस कार्यक्रम में अभ्यास मंडल के द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आयोजित की गई वाद विवाद प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।

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निधि कुलपति ने कहा कि आज जिस तरह के आक्षेप टीवी न्यूज़ पर लग रहे हैं, वह दुखद है। हमारे देश की यह संस्कृति है कि हम बीमार, रोगी व्यक्ति की तामीरदारी करते हैं। यदि हमें हाथ में चोट लगती है तो हम हाथ को नहीं काट देते हैं। हम केवल आरोप लगाकर टीवी न्यूज़ को नहीं छोड़ सकते। मीडिया पर लगे जख्म की मरहम पट्टी की जरूरत है। पत्रकारिता एक प्रवाह है जो रास्ता बना ही लेती है।
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उन्होंने कहा कि मीडिया के प्रति विश्वास टूटा है, लेकिन हमें उम्मीद नहीं छोड़ना चाहिए। सोशल मीडिया की तरफ युवा इसलिए मूड रहे है,क्योंकि दूसरे मीडिया पर भरोसा कम हुआ है, लेकिन आज भी कई अच्छा काम कर रहे है। आपदाओं को कवर करने पत्रकार गए हैं। समाज से जुड़ी बातें सामने लाते हैं। उनके पीछे हमें खड़े रहना चाहिए। प्रिंट मीडिया पर विश्वास अब भी कायम है।
उन्होंने सम सामयिक मुद्दों को उठाते हुए कहा कि इस समय पर्वतीय इलाके में प्राकृतिक आपदा का लगातार आना चिंता का विषय है। ऐसे में यह सोचा जाना चाहिए कि आखिर हमसे क्या गलती हुई और वह गलती कहां हुई। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब में स्थिति को बदलने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।
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उन्होंने कहा कि हाल ही में सामने आई रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के तापमान से ज्यादा गति से पर्वतीय क्षेत्र में तापमान बढ़ता है। 1 वर्ष में बर्फ का पिघलना ज्यादा तेज हो गया है। इस सदी में 75% ग्लेशियर पिघल जाएंगे। उत्तराखंड में 800 किलोमीटर में 881 लैंडस्लाइड हुई है। इसमें से 80% हाईवे से 100 किलोमीटर के दायरे में हुई है। जोशीमठ में 800 घर में क्रैक आए हैं। वहां पर 2006 से 2022 के बीच में मकान की संख्या दोगुनी हो गई।
कार्यक्रम का संचालन माला सिंह ठाकुर ने किया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से शिवाजी मोहिते , अशोक कोठारी, पीसी शर्मा, वैशाली खरे, दीप्ति हाडा मौजूद थे। इस कार्यक्रम में अभ्यास मंडल के द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आयोजित की गई वाद विवाद प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।