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विवादों में नक्सली मुठभेड़: मध्यप्रदेश विधानसभा में गूंजी आवाज, कांग्रेस ने किया सदन की कार्यवाही का बहिष्कार
न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, मंडला
Published by: अरविंद कुमार
Updated Tue, 18 Mar 2025 03:26 PM IST
सार
Naxalite Encounter Controversy: मध्यप्रदेश विधानसभा में नक्सली मुठभेड़ का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस ने मामले को लेकर सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया।
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मध्यप्रदेश विधानसभा
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बीते नौ मार्च की शाम को जैसे ही मंडला जिले में नक्सली मुठभेड़ की जानकारी लगी, यह खबर जंगल की आग की तरह चारो तरफ फैल गई। मंडला-बालाघाट की सीमा पर लगे चिमटा फॉरेस्ट कैंप में हॉक फोर्स और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। नौ मार्च की दोपहर से शुरू हुई मुठभेड़ देर शाम तक जारी रही। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। पुलिस अधीक्षक मंडला रजत सकलेचा ने नक्सली की मौत की पुष्टि भी कर दी।
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उन्होंने बताया कि दोनों तरफ से फायरिंग हुई है। दूसरे दिन 10 मार्च दिन सोमवार को मंडला पुलिस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें बालाघाट रेंज आईजी संजय सिंह ने खटिया थाना में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि थाना खटिया क्षेत्रान्तर्गत कान्हा नेशनल पार्क क्षेत्र में कान्हा भोरमदेव डिवीजन के नक्सलियों के समूह की सूचना के आधार पर आठ मार्च 2025 से क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। सर्चिंग के दौरान हॉक फोर्स बल को सूचना प्राप्त हुई कि दो नक्सली समर्थक व्यक्तियों को नक्सलियों के द्वारा कुछ धनराशि दी गई है, जिससे उन्होंने नक्सलियों के लिए राशन खरीदा है।
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साथ ही यह भी सूचना प्राप्त हुई कि उनके द्वारा एक स्थान विशेष पर नक्सलियों को यह सामग्री नौ मार्च 2025 को सुपुर्द की जाएगी। सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए उन्हें आत्मसमर्पण करने हेतु सूचित किया तो उनके द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गई। आत्मरक्षार्थ हॉक जवानों द्वारा नियंत्रित एवं प्रभावी जवाबी फायरिंग की गई। फायरिंग में नक्सल दल में से एक पुरुष मृत हुआ एवं शेष नक्सली घना जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल हुए। सर्चिग के दौरान 315 बोर का हथियार जब्त हुआ है। नक्सल दल के मृत सदस्य की जानकारी संकलित की जा रही है। पूर्ण संभावना है कि इस क्षेत्र में और नक्सली हो सकते हैं, जिसके लिए सीआरपीएफ एवं हॉक दल के द्वारा सघन सर्चिंग की जा रही है।
पुलिस ने क्या बताया
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, नक्सल समर्थक अशोक कुमार वल्को पिता तेजलाल वल्को उम्र 28 साल निवासी ग्राम बटवार, चौकी अंजनिया, थाना बम्हनी, जिला मंडला और संतोष कुमार धुर्वे पिता राम सिंह धुर्वे उम्र 28 साल निवासी ग्राम सौतिया, थाना खटिया, जिला मंडला को गिरफ्तार किया गया है। पूरे प्रकरण में मरने वाले के पहचान के काफी प्रयास के बाद गुरुवार को पहचान हो गई, जिसके परिजन बम्हनी बंजर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर पहचान की। पुलिस ने शव का पीएम कराया और घर तक छोड़कर आए। इस दौरान परिजनों का विरोध भी देखने को मिला।
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जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान मोचा के समीपी ग्राम नारंगी निवासी हीरन बैगा के रूप में हुई। मृतक की पत्नी और भतीजे ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हीरन सिंह घर से केवल कुल्हाड़ी और पानी की बोतल लेकर निकले थे। परिजनों ने फर्जी एनकाउंटर बताते हुए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही दो व्यक्ति अशोक कुमार वल्को निवासी बंटवार, संतोष कुमार निवासी सौतिया को गिरफ्तार किया गया था। ये दोनों वन विभाग में अस्थाई कर्मचारी के रूप में कार्य करने की बात सामने आई है। मृतक सहित तीनों कान्हा के आसपास गांव के ही हैं। मृतक के शव को लेकर जब पुलिस कर्मी गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं थे।
ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस हीरन सिंह की हत्या की है। हालांकि, बाद में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मामले में पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने कहा था कि मृतक व गिरफ्तार किए गए व्यक्ति जिले के ही हैं। माना की ये महाराष्ट्र या छत्तीसगढ़ के नहीं हैं। लेकिन नक्सली या नक्सली समर्थक हैं। मामले की मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी।
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नक्सली मुठभेड़ में एक बैगा आदिवासी की मौत के बाद सियासत गरमाई
जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान मोचा के समीपी ग्राम नारंगी निवासी हीरन बैगा के रूप में हुई। मृतक की मां, पत्नी सहित पांच बच्चे हैं। पोस्टमॉर्टम के समय से ही परिजन पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं। पीड़ित परिवार से मिलने के पूर्व विधायक और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्त डॉ. अशोक मर्सकोले पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से बात की और इसे अदिवासियों पर अत्याचार शोषण की संज्ञा दी। वहीं, बिछिया विधानसभा के विधायक नारायण सिंह पट्टा भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर उनसे जानकारी ली है। इसके साथ ही विधानसभा में नक्सली मुठभेड़ की निष्पक्ष जांच कर फर्जी मुठभेड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की और सदन की कार्रवाई का बहिष्कार किया।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने न्यायिक जांच की मांग की
दूसरी तरफ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस मामले को लेकर न्यायिक जांच की मांग की है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश तेकाम का कहना है कि यहां नक्सलियों की आड़ पर आदिवासियों का सफाया किया जा रहा है। लेकिन वे अब शांत नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले को वे उच्च न्यायालय भी लेकर जाएंगे। 25 मार्च को जिला स्तर पर आंदोलन भी किया जाएगा।
मप्र आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम ने ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया के निर्देश पर जांच दल गठित किया है। इसमें मंडला के साथ सिवनी, छिंदवाड़ा के पदाधिकारी भी शामिल हैं। जो पीड़ित परिवार से मुलाकात विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे। वहीं, भारत आदिवासी संगठन 19 मार्च को जिला स्तरीय आंदोलन करने की बात कही है।
कैबिनेट मंत्री ने मृतक के परिवार से की मुलाकात
कान्हा क्षेत्र में हुए एनकाउंटर के मद्देनजर रविवार को कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके ग्राम खटिया नारंगी पहुंची। मृतक हीरन सिंह बैगा के परिवार से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया। इस घटना पर अपनी गहरी शोक संवेदना प्रकट करने के साथ ही घटना की निष्पक्ष जांच एवं यथोचित कार्रवाई के लिए मृतक के परिजनों को आश्वस्त किया है। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम मौजूद रहे।

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