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जुड़वां भाई मौत मामला: छिपकली देखते ही मारने के लिए झपटते थे दोनों, घंटों बालकनी पर खड़े होकर देखा करते थे चांद
अमर उजाला नेटवर्क, गाजियाबाद
Published by: शाहरुख खान
Updated Mon, 18 Oct 2021 09:46 AM IST
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Ghaziabad twin death case
- फोटो : अमर उजाला

चांद देखते वक्त शनिवार रात करीब एक बजे 25वीं मंजिल से गिरकर जुड़वां भाइयों की मौत हो गई। घटना विजयनगर के सिद्घार्थ विहार की प्रतीक ग्रैंड कारनेसिया सोसायटी की है। दोनों भाई डीपीएस सिद्घार्थ विहार में कक्षा नौ में पढ़ते थे। परिजनों के अनुसार, दोनों भाई आए दिन बालकनी में चांद देखने के लिए खड़े हो जाते थे और काफी समय तक देखते रहते थे। परिजनों के अनुसार कई बार परिवार के लोगों को उन्हें डांटना पड़ता था। तब वह रूम में अंदर आते थे। वहीं, सत्य नारायण और सूर्य नारायण को जितना चांद देखना पसंद था, छिपकली से उतनी ही नफरत थी। छिपकली देखते ही उसे मारने को झपट पड़ते थे। सीओ प्रथम महीपाल सिंह के अनुसार मौत के दो कारण हो सकते हैं। पहला कारण यह कि वह चांद देखने के लिए कुर्सी पर चढ़े हों और बैलेंस बिगड़ गया हो या चांद देखते समय बालकनी की दीवार पर छिपकली दिखाई दे गई हो, उसे मारने के चक्कर में दोनों ने कुर्सी और उसके ऊपर प्लास्टिक का स्टूल रखा हो। उसको मारने के चक्कर में नीचे गिर गए हों। एक को बचाने के चक्कर में दूसरा भी गिरा हो। उन्होंने बताया कि दोनों बिंदुओं पर जांच जारी है। परिवार के लोगों से भी लगातार बात कर रहे हैं।
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जुड़वा भाई (फाइल फोटो)
- फोटो : अमर उजाला
चांद देखने के लिए घंटो बालकनी में रहते थे
परिजनों के मुताबिक दोनों भाइयों को चांद देखना बहुत पसंद था। आए दिन वह बालकनी में चांद देखने के लिए घंटों खड़े रहते थे। शनिवार रात भी मोबाइल पर गेम खेलने से पहले दोनों ने मां से चांद देखने की बात की थी। पुलिस को बालकनी में कुर्सी पर प्लास्टिक का स्टूल रखा मिला है। आशंका है कि दोनों भाई स्टूल पर चढ़कर चांद देख रहे होंगे, तभी हादसा हो गया।
परिजनों के मुताबिक दोनों भाइयों को चांद देखना बहुत पसंद था। आए दिन वह बालकनी में चांद देखने के लिए घंटों खड़े रहते थे। शनिवार रात भी मोबाइल पर गेम खेलने से पहले दोनों ने मां से चांद देखने की बात की थी। पुलिस को बालकनी में कुर्सी पर प्लास्टिक का स्टूल रखा मिला है। आशंका है कि दोनों भाई स्टूल पर चढ़कर चांद देख रहे होंगे, तभी हादसा हो गया।
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Twin brothers Death case
- फोटो : अमर उजाला
छह महीने पहले डीपीएस में लिया था एडमिशन
दिल्ली पब्लिक स्कूल सिद्घार्थ विहार की प्रधानाचार्य कृष्णा सिंह ने बताया कि दोनों भाई सत्य नारायण एवं सूर्य नारायण कक्षा नौवीं के छात्र थे। उनकी बहन कक्षा दसवीं में पढ़ती है। तीनों का छह महीने पहले एडमिशन हुआ है।
दिल्ली पब्लिक स्कूल सिद्घार्थ विहार की प्रधानाचार्य कृष्णा सिंह ने बताया कि दोनों भाई सत्य नारायण एवं सूर्य नारायण कक्षा नौवीं के छात्र थे। उनकी बहन कक्षा दसवीं में पढ़ती है। तीनों का छह महीने पहले एडमिशन हुआ है।

बालकनी में कुर्सी पर रखा प्लास्टिक का स्टूल
- फोटो : अमर उजाला
दोनों भाई अभी ऑनलाइन कक्षाओं से पढ़ाई कर रहे थे। वह दो दिन पहले ही स्कूल में आए थे और उन्होंने अब रेगुलर स्कूल आने की बात कही थी। बच्चों के क्लास टीचर ने बताया कि दोनों पढ़ाई में काफी होशियार थे। हर विषय में अच्छी जानकारी रखते थे।
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प्रतीक ग्रैंड कारनेसिया सोसायटी
- फोटो : अमर उजाला
छह महीने पहले ही लिया था फ्लैट
पलानी ने छह महीने पहले ही फ्लैट खरीदा था और पांच महीने से वह इस फ्लैट में रह रहे थे। आस-पड़ोस के फ्लैट में रहने वाले लोगों ने बताया कि अभी वह ज्यादा लोगों से घुले-मिले नहीं थे। कम ही फ्लैट से बाहर आते थे।
पलानी ने छह महीने पहले ही फ्लैट खरीदा था और पांच महीने से वह इस फ्लैट में रह रहे थे। आस-पड़ोस के फ्लैट में रहने वाले लोगों ने बताया कि अभी वह ज्यादा लोगों से घुले-मिले नहीं थे। कम ही फ्लैट से बाहर आते थे।