नट्स हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी माने जाते हैं, इसमें कई ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो गंभीर बीमारियों के जोखिम से बचाने में मददगार हो सकते हैं। बादाम, ऐसा ही एक सूखा मेवा है जिसको सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद पाया गया है। बादाम आवश्यक विटामिन, खनिजों और फाइबर का बेहतर स्रोत माना जाता है, जिससे शरीर में कई प्रकार के लाभ हो सकते हैं।
Health Alert: बादाम खाते हैं तो जरूर जान लें ये बातें, कहीं आपको भी न हो जाए किडनी स्टोन?
- ज्यादा बादाम खाने के कई नुकसान हैं, कुछ लोगों में यह किडनी स्टोन की समस्या का भी कारण बन सकता है, इसके अलावा ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान लोगों पर भी इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं
बादाम से होने वाले साइड-इफेक्ट्स
बादाम का अधिक मात्रा में सेवन कब्ज, वजन बढ़ने और किडनी स्टोन की समस्याओं का कारण हो सकता है। हर व्यक्ति की सेहत के आधार पर प्रतिदिन के सेवन की मात्रा अलग-अलग हो सकती है। इसका संयमित मात्रा में ही सेवन किया जाना चाहिए।
आइए जानते हैं कि इससे किस प्रकार की समस्याओं का खतरा होता है?
किडनी स्टोन का रहता है खतरा
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया कि अधिक मात्रा में बादाम खाने से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। असल में बादाम घुलनशील ऑक्सलेट से भरपूर होते हैं, इस यौगिक की अधिकता किडनी फेलियर और किडनी में पथरी की समस्या का कारण बन सकती हैं। सौ ग्राम भुने हुए बादाम में 469 मिलीग्राम ऑक्सालेट होता है। ऐसे में अगर आप बादाम का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो इसके कारण किडनी में स्टोन बढ़ने का जोखिम हो सकता है।
बढ़ सकता है आपका वजन
यदि आप अधिक बादाम खाते हैं तो इसके कारण वजन बढ़ने का भी खतरा रहता है। करीब 23 गुठली बादाम में लगभग 164 कैलोरी होती है। यदि आप अपने नियमित आहार के अलावा अधिक मात्रा में बादाम (20 से अधिक) का सेवन करते हैं, तो कैलोरी की अधिकता के कारण तेजी से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। वजन बढ़ने के कारण शरीर में कई प्रकार की बीमारियों का जोखिम भी रहता है।
पोषक तत्वों के अवशोषण समस्या
बादाम में फाइबर की अधिकता होती है, और अतिरिक्त फाइबर अन्य खनिजों (जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, जस्ता और लोहा) के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकता है। यदि आप अधिक मात्रा में बादाम का सेवन कर रहे हैं तो इसके कारण शरीर में अन्य पोषक तत्वों का अवशोषण बाधित हो सकता है, जिसके कारण थकान-कमजोरी और कई प्रकार की बीमारियों के विकसित होने का खतरा रहता है।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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