Headache Due to Cold Exposure: देशभर के अधिकतर हिस्सों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का कहर जारी है। इस मौसम में अक्सर थोड़ी सी लापरवाही किसी के लिए भी जोखिम भरी हो सकती है, खासतौर पर बच्चों और बूढ़ों के लिए और खतरनाक हो सकती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि ठंड लगने के शुरुआती लक्षण बड़े सामान्य होते हैं जिसे लोग सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
Winter Tips: सिर दर्द के साथ दिख रहे हैं ये लक्षण, कहीं ये ठंड लगने का संकेत तो नहीं?
Cold Exposure Symptoms: भीषण ठंड और शीतलहर में लोगों को ठंड लगने का जोखिम बढ़ जाता है। कई बार तो लोगों को ठंड लगती है तो वो पहचान ही नहीं पाते हैं। इसलिए आइए इस लेख में ठंड लगने के कुछ शुरुआती लक्षणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बार-बार पेशाब आना और शरीर का कांपना
ठंड लगने का सबसे स्पष्ट वैज्ञानिक संकेत है 'कोल्ड ड्यूरेसिस'। जब शरीर का तापमान गिरता है, तो रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे किडनी पर दबाव बढ़ता है और व्यक्ति को बार-बार पेशाब आता है। इसके साथ ही मांसपेशियों में अनैच्छिक हलचल यानी कंपकंपी शुरू हो जाती है। यह शरीर का अपना 'हीटिंग सिस्टम' है, जो घर्षण के जरिए ऊर्जा पैदा करने की कोशिश करता है। अगर ये दोनों लक्षण साथ दिखें, तो तुरंत अलर्ट हो जाएं।
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नाक का भारीपन और सुस्ती
दूसरा प्रमुख लक्षण है साइनस में भारीपन और अत्यधिक सुस्ती महसूस होना। ठंड लगने पर नाक की म्यूकस झिल्ली में सूजन आ जाती है, जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह प्रभावित होता है और व्यक्ति को हर समय नींद या थकान महसूस होती है। इसके साथ ही आंखों के पीछे और गालों की हड्डियों में हल्का दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्शाता है कि ठंडी हवा आपके श्वसन मार्ग में प्रवेश कर चुकी है।
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गर्दन में जकड़न और पाचन में गड़बड़ी
ठंड लगने पर शरीर के जोड़ों और गर्दन की मांसपेशियों में अकड़न महसूस होने लगती है। ठंडी हवा के कारण नसों में खिंचाव आता है जो सिर दर्द को और बढ़ा देता है। इसके अलावा पेट में मरोड़ या पाचन का अचानक बिगड़ना भी ठंड लगने का एक लक्षण है। जब शरीर का तापमान गिरता है, तो मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे भूख कम लगना या पेट में भारीपन महसूस हो सकता है।
ठंड से बचाव के लिए सबसे जरूरी है 'लेयरिंग' यानी कपड़ों की कई परतें पहनना। विशेष रूप से अपने सिर, कान और पैरों को हमेशा ढक कर रखें, क्योंकि शरीर की अधिकांश गर्मी इन्हीं हिस्सों से बाहर निकलती है। सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें और आहार में अदरक, लहसुन, गुड़ और गुनगुने पानी का सेवन बढ़ाएं। अगर सिर दर्द के साथ बुखार महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और गर्म सिंकाई का सहारा लें।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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