Persistent Depressive Disorder: क्या आप वर्षों से लगातार थकान, आलस और लो-एनर्जी महसूस कर रहे हैं? क्या आपको ऐसा लगता है कि किसी भी काम में आपका मन नहीं लगता और यह उदासी अब आपके व्यक्तित्व का हिस्सा बन चुकी है? अगर हां तो यह केवल आपकी कोई आदत या स्वभाव नहीं, बल्कि डिस्थायमिया हो सकता है। इसे चिकित्सा की भाषा में पर्सिस्टेंट डिप्रेसिव डिसऑर्डर (PDD) कहा जाता है।
Health Tips: वर्षों से शरीर में बना हुआ है थकान और आलस? हो सकता है डिस्थायमिया का संकेत, डॉक्टर से जानें
Chronic Tiredness Causes: अक्सर कुछ लोग लंबे समय से थकान और आलस से परेशान रहते हैं, ध्यान देने वाली बात यह है कि वो ये मान लेते हैं कि यही उनकी सामान्य जिंदगी है। इसी विषय पर डॉक्टर ऋचा ने सोशल मीडिया पर एक बड़ी बात बताई है, उन्होंने इसे डिस्थायमिया बताया है। आइए इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
डिस्थायमिया के मुख्य लक्षण
डॉक्टर ऋचा के मुताबिक डिस्थायमिया के लक्षण धीरे-धीरे शरीर और मन पर कब्जा करते हैं। इसमें व्यक्ति को अच्छी नींद न आना या बहुत अधिक नींद आना, भूख में अचानक बदलाव (बहुत अधिक या बहुत कम लगना), और हर समय ऊर्जा की कमी महसूस होती है। एकाग्रता में कमी, निर्णय लेने में कठिनाई और खुद को दूसरों से कमतर आंकना इसके मानसिक संकेत हैं। अगर यह स्थिति अधिक दिनों तक बनी रहती है, तो इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
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बचाव और लाइफस्टाइल में बदलाव
डिस्थायमिया से निपटने के लिए लाइफस्टाइल चेंजेज सबसे पहला कदम हैं। नियमित व्यायाम शरीर में 'फील-गुड' हार्मोन (एंडोर्फिन) को रिलीज करता है, जो मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अलावा एक निश्चित स्लीप रूटीन बनाना और पौष्टिक आहार लेना तंत्रिका तंत्र को मजबूती देता है। सामाजिक मेलजोल बढ़ाना और अपनी भावनाओं को किसी करीबी के साथ साझा करना भी इस लो-ग्रेड डिप्रेशन के साइकिल को तोड़ने में सहायक होता है।
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थेरेपी और ट्रीटमेंट की भूमिका
डिस्थायमिया एक गंभीर स्थिति है जिसमें अक्सर काउंसलिंग या थेरेपी की आवश्यकता होती है। कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी के जरिए नकारात्मक सोच के पैटर्न को बदला जा सकता है। डॉक्टर कुछ मामलों में दवाएं भी लिख सकते हैं जो मस्तिष्क में रसायनों के असंतुलन को ठीक करती हैं। याद रखें, यह विकार आपके व्यक्तित्व का हिस्सा नहीं है, बल्कि एक स्वास्थ्य स्थिति है जिसका प्रभावी इलाज संभव है।
अगर आपको लगता है कि आपकी उदासी या कम ऊर्जा आपके दैनिक कार्यों, रिश्तों या करियर को प्रभावित कर रही है और ऐसा दो साल से अधिक समय से चल रहा है, तो विशेषज्ञ से मिलना अनिवार्य है। जब स्वयं द्वारा किए गए बदलाव काम न आ रहे हों और आपको अपने भविष्य में कोई उम्मीद न दिखे, तब एक प्रोफेशनल थेरेपिस्ट आपको इस अंधकार से बाहर निकालने में मदद कर सकता है।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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