Overeating: सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है अधिक खाने की आदत, ओवरईटिंग से हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां
Overeating In Winter: अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि सर्दियों में लोग जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं। इसके पीछे कई कारण होते हैं। आइए इस लेख में इसी के बारे में जानते हैं, साथ ही ये भी जानेंगे कि इससे किन बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है और इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम
ओवरईटिंग का सबसे तात्कालिक असर शरीर के वजन पर पड़ता है। सर्दियों में शारीरिक सक्रियता कम होने और कैलोरी का सेवन बढ़ने से शरीर में अतिरिक्त फैट जमा होने लगता है। यह स्थिति मेटाबॉलिक सिंड्रोम को जन्म देती है, जिससे पेट के आसपास चर्बी बढ़ती है। यह बढ़ा हुआ वजन आपके पर्सनालिटी को प्रभावित करता है, बल्कि फैटी लीवर के जोखिम को भी बढ़ा देता है। इतना ही नहीं इससे जोड़ों के दर्द और चलने-फिरने में तकलीफ जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं।
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हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल की समस्या
तले-भुने और मीठे खाद्यों का अधिक सेवन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा देता है। सर्दियों में खून की नसें पहले से ही थोड़ी संकुचित होती हैं, ऐसे में ओवरईटिंग के कारण बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल धमनियों में रुकावट पैदा कर सकता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। कुछ मामलों तो दिल के मरीजों के लिए सर्दियों की ओवरईटिंग भी जानलेवा साबित हो सकती है।
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टाइप-2 डायबिटीज का खतरा
जब हम बार-बार और अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट या शुगर लेते हैं, तो शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस पैदा होने लगता है। बार-बार इंसुलिन स्पाइक होने के कारण अग्न्याशय पर दबाव पड़ता है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल अनियंत्रित हो जाता है। यही कारण है कि सर्दियों में कई लोगों का शुगर लेवल अचानक बढ़ जाता है, जो आगे चलकर स्थायी रूप से टाइप-2 डायबिटीज का रूप ले लेता है।
सर्दियों में ओवरईटिंग से बचने के लिए ये उपाय कर सकते हैं-
- अपनी डाइट में सूप, सलाद और हरी सब्जियों को प्राथमिकता दें, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहे।
- शरीर को हाइड्रेटेड रखें। कई बार हम प्यास को ही भूख समझकर ज्यादा खा लेते हैं।
- भोजन को अच्छी तरह चबाकर और धीरे-धीरे खाएं। इससे दिमाग को पेट भरने का संकेत समय पर मिल जाता है।
- अपनी प्लेट में स्वाद और पोषण का सही संतुलन रखें, ताकि सेहत के साथ सर्दियों का आनंद लिया जा सके।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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