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Winter & Migraine: इस मौसम में ट्रिगर हो सकती है माइग्रेन की समस्या, जानिए इसके कारण और बचाव के उपाय

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अभिलाष श्रीवास्तव Updated Mon, 16 Oct 2023 06:55 PM IST
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माइग्रेन की समस्या और इसका जोखिम - फोटो : Istock

अक्तूबर का महीना मौसम में बदलाव वाला माना जाता है, तापमान में गिरावट के साथ सुबह-शाम वातावरण में ठंडक शुरू होने लगती है। मौसम में हो रहा इस तरह का बदलाव सेहत के लिए कई प्रकार से चुनौतीपूर्ण हो सकती है। इस मौसम में इंफ्लूएंजा जैसे वायरस के बढ़ने का साथ माइग्रेन की दिक्कत बढ़ने का खतरा हो सकता है। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती जाती है माइग्रेन का जोखिम और भी अधिक होता जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि माइग्रेन और ठंड के मौसम का आपस में क्या संबंध है?



स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, मौसम में हो रहा बदलाव आपको बीमार कर सकता है। सर्दियों में सिरदर्द की समस्या काफी आम, कुछ लोगों में तापमान में गिरावट के साथ माइग्रेन की समस्या भी ट्रिगर हो सकती है। सर्दियों के दौरान माइग्रेन के मामले बढ़ जाते हैं लेकिन ऐसा क्यों है? और इसे किस प्रकार से कंट्रोल किया जा सकता है, आइए इस बारे में समझते हैं।

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सर्दियों में सिरदर्द की समस्या - फोटो : iStock

सर्दियों में माइग्रेन की दिक्कत

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या रही है, उन्हें सर्दियों में इसका अधिक अनुभव हो सकता है। इस मौसम की कई स्थितियां माइग्रेन के खतरे को बढ़ाने वाली मानी जाती हैं। मेयो क्लिनिक की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम संबंधी परिवर्तन माइग्रेन ट्रिगर करने वाले हो सकते हैं। इसके अलावा हवा में शुष्की, अत्यधिक ठंड जैसी स्थितियों के कारण आपको माइग्रेन बढ़ने का खतरा हो सकता है। 

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सिरदर्द की दिक्कत - फोटो : Pixabay

धूप की कमी बढ़ा देती है जोखिम

सर्दी के दिनों में माइग्रेन के ट्रिगर होने का एक कारण इस मौसम में धूप की कमी को भी माना जाता है। धूप की कमी के कारण मस्तिष्क में  सेरोटोनिन जैसे रसायनों में असंतुलन हो सकता है। ब्रेन कैमिकल्स का असंतुलन सिरदर्द और माइग्रेन के एपिसोड्स को बढ़ाने वाले माने जाते हैं।

इसके अलावा सूरज की रोशनी में कमी हमारे सर्कैडियन रिदम यानी शरीर की आंतरिक घड़ी को बाधित कर देती है जिसके परिणामस्वरूप नींद के पैटर्न में असंतुलन या नींद की कमी हो जाती है। नींद की समस्याओं को भी माइग्रेन को ट्रिगर करने वाला माना जाता है।

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माइग्रेन को ट्रिगर करने वाली चीजें - फोटो : Pixabay

माइग्रेन को ट्रिगर करने वाली चीजों से बचाव

स्टैनफोर्ड मेडिसिन में न्यूरोलॉजी के क्लिनिकल एसोसिएट प्रोफेसर, नुशेन झांग कहते हैं, " सर्दियों के दिनों में चिकित्सकीय रूप से हम जो दिलचस्प चीज देखते हैं उनमें से एक यह भी है कि इन दिनों में लोगों में माइग्रेन की आवृत्ति बढ़ जाती है। हमारे लाइफस्टाइल की कई गड़बड़ आदतों के कारण भी इस प्रकार के सिरदर्द की समस्या अधिक हो सकती है।

शराब का सेवन, कैफीन का अधिक सेवन, तेज या चमकती रोशनी, तेज गंध (सुगंधित अगरबत्तिया जैसी),और कुछ खाद्य पदार्थ भी माइग्रेन के संभावित ट्रिगर हो सकते हैं।

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माइग्रेन के जोखिम - फोटो : getty images

माइग्रेन से कैसे बचाव करें?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, ठंड के प्रति संवेदनशील लोगों को माइग्रेन होने की आशंका अधिक होती है। ऐसे में सर्दियों में सिरदर्द, खासतौर पर माइग्रेन से बचाव के लिए प्रयास करते रहना बहुत आवश्यक हो जाता है। इसके लिए जरूरी है कि आप ठंड से बचाव करें। दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करने से आपको लाभ मिल सकता है, व्यायाम करने से सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है जो इसके जोखिमों को कम कर सकता है। सर्दियों में सिर को अच्छे से कवर करें, इससे भी माइग्रेन से बचाव किया जा सकता है।




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नोट: यह लेख स्वास्थ्य विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। 

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें। 

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