शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी लोगों को रोजाना कम से कम 3-4 लीटर की मात्रा में पानी पीते रहने की सलाह दी जाती है। प्यास बुझाने के अलावा पानी, पूरे शरीर में ऑक्सीजन के संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह भोजन के पाचन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पानी लार का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो भोजन को तोड़ने में मदद करता है। मानव शरीर में अपशिष्ट के उत्सर्जन के लिए पानी की आवश्यकता होती है। पर क्या आप जानते हैं कि बहुत अधिक प्यास लगना भी ठीक नहीं है, यानी कि अगर आप खूब पानी पीते हैं फिर भी अक्सर प्यास लगी रहती है तो संभव है यह किसी बीमारी के कारण हो सकता है।
Health Tips: बहुत अधिक प्यास लगना भी सही नहीं, इन बीमारियों की तरफ हो सकता है संकेत, बरतें सावधानी
डिहाइड्रेशन की स्थिति
यदि शरीर डिहाइड्रेशन की स्थिति में है, यानी कि शरीर में पानी की कमी हो गई है तो इसमें आपको अधिक प्यास लग सकती है। हालांकि यह समस्या ज्यादातर गर्मी के दिनों में देखने को मिलती है। गर्मी के मौसम में धूप के संपर्क में आने के कारण पसीने के रूप में शरीर का ज्यादातर पानी बाहर निकल जाता है, जिसके कारण इसकी कमी हो सकती है। डिहाइड्रेशन कुछ स्थितियों में गंभीर समस्याकारक भी हो सकती है जिसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
गर्भावस्था में लगती है अधिक प्यास
बार-बार पानी पीने की जरूरत महसूस होना ज्यादातर गर्भवती महिलाओं में एक आम समस्या है। हालांकि, अगर यह जारी रहता है और गर्भावस्था के साथ बढ़ता जाता है तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर ले लें क्योंकि यह गर्भावधि मधुमेह का संकेत भी हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान मधुमेह की समस्या का जोखिम अधिक होता है, इस बारे में विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता होती है।
डायबिटीज का संकेत
बार-बार प्यास लगना आपमें डायबिटीज रोग के विकसित होने का भी संकेतक हो सकता है। डॉक्टर्स बताते हैं जब ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है तो शरीर मूत्र के माध्यम से इसे स्वाभाविक तौर पर निकालने का प्रयास करता रहता है। बार-बार पेशाब जाने के कारण भी शरीर में पानी की कमी होने लगती है जिसके कारण भी आपको अधिक प्यास लगने लगती है। डायबिटीज एक गंभीर और दीर्घकालिक समस्या है जिसके रोकथाम को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता होती है।
पॉलीडिप्सिया की समस्या
पॉलीडिप्सिया अत्यधिक प्यास की भावना है। पॉलीडिप्सिया अक्सर मूत्र संबंधी स्थितियों से जुड़ा होता है जिसके कारण आपको बहुत अधिक पेशाब आता है। बार-बार पेशाब के कारण शरीर में तरल पदार्थों की कमी को पूरा करने के लिए आपको अधिक प्यास लगने लगती है। यह शारीरिक प्रक्रियाओं के कारण भी हो सकता है जिसमें आप बहुत अधिक मात्रा में तरल पदार्थ खो देते हैं।