मेमू का सुल्तानपुर से लखनऊ का रेलवे टिकट 30 रुपये का है। मगर ट्रेन बंद होने से यात्रियों को मजबूरन 172 रुपये खर्च कर बस से सफर करना पड़ रहा है। ऐसे ही कानपुर के यात्री जहां 20 रुपये में सफर कर रहे थे, वहीं अब बस में 104 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। रेलवे मेमू ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं कर रहा है, जिससे दैनिक यात्रियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इससे नाराज यात्री रेलमंत्री व चेयरमैन रेलवे बोर्ड से मुलाकात करने की तैयारी में हैं।
कोविड के चलते गत वर्ष मार्च में ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। इसमें मेल-एक्सप्रेस व मेमू गाड़ियां भी पटरी पर ठहर गई थीं। कोविड की दूसरी लहर के बाद जब रेलवे ने ट्रेनों का संचालन शुरू किया तो धीरे-धीरे मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों को पटरी पर उतार दिया, लेकिन मेमू ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया। ऐसे में दैनिक यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
उन्हें महंगे टिकट लेकर बसों में सफर करना पड़ रहा है। हालांकि, यात्रियों की सुविधा के लिए एमएसटी शुरू की गई है, लेकिन उससे कोई खास राहत दैनिक यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है। लखनऊ से कानपुर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर रूट की ट्रेनें प्रभावित हैं। इसमें अधिकांश कानपुर-लखनऊ के बीच चलने वाली मेमू ट्रेनें हैं। शाहजहांपुर व लखनऊ रूट की एक मेमू भी कैंसिल है।
कोविड के चलते गत वर्ष मार्च में ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। इसमें मेल-एक्सप्रेस व मेमू गाड़ियां भी पटरी पर ठहर गई थीं। कोविड की दूसरी लहर के बाद जब रेलवे ने ट्रेनों का संचालन शुरू किया तो धीरे-धीरे मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों को पटरी पर उतार दिया, लेकिन मेमू ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया। ऐसे में दैनिक यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
उन्हें महंगे टिकट लेकर बसों में सफर करना पड़ रहा है। हालांकि, यात्रियों की सुविधा के लिए एमएसटी शुरू की गई है, लेकिन उससे कोई खास राहत दैनिक यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है। लखनऊ से कानपुर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर रूट की ट्रेनें प्रभावित हैं। इसमें अधिकांश कानपुर-लखनऊ के बीच चलने वाली मेमू ट्रेनें हैं। शाहजहांपुर व लखनऊ रूट की एक मेमू भी कैंसिल है।