पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद देश की राजनीति का वातावरण जरूर गर्म है, परंतु इंदौर नगर में मौसम का मिजाज ठंडा है। मई महीने में इंदौर के मौसम का मिजाज गर्म ही रहता है। परंतु पिछले चार-पांच दिनों से मौसम ने जो करवट ली है, उसने गर्मी के मौसम में वातावरण को खुशमिजाज बना दिया है। पिछले कई दिनों से नगर में शाम को बादल आसमान में उमड़ आते हैं और फिर बारिश का दौर शुरू हो जाता है।
Rain in Indore: मई महीने में हुई बारिश का 138 साल पुराना कनेक्शन, तब तुकोजीराव ने शुरू करवाया था जलसंग्रह
इंदौर शहर में इस साल बारिश ने मई के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए इतिहास रच दिया है। मई में अब तक 4.8 इंच बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। जो इंदौर में मई के इतिहास में अब तक हुई सर्वाधिक बारिश है।
मई महीने में इंदौर में अधिकतम तापमान 40.4 और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। रातें गर्म होती हैं, मई महीने में औसत वर्षा 13.4 मिलीमीटर तथा वर्षा के दिनों की संख्या 1.5 दिन रहती है। परंतु इस बार मई महीने में मौसम ने अपना मिजाज ही बदल दिया है।
यह भी पढ़ें: ब्लैक आउट होते ही इंदौर में रुक गई बारात, दूल्हा और बाराती अंधेरे में खड़े रहे 12 मिनिट
138 साल का रिकॉर्ड टूटा
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, मई महीने की सर्वाधिक वर्षा 107.7 मिलीमीटर साल 1886 में दर्ज की गई थी, जो सर्वाधिक महीने की अभी तक की सर्वाधिक वर्षा है। इंदौर में छह मई की रात तक 120.25 मिलीमीटर वर्षा हुई है। इस तरह मई महीने में 138 साल के बाद सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है। मई महीने में हुई अभी तक की साल 1886 से करीब 12.5 मिलीमीटर यानी आधा इंच अधिक बारिश हुई है। अभी तक मई महीने में इंदौर में 4.8 इंच बारिश दर्ज की गई है।
यह भी पढ़ें: 10 मई से होगी ज्ञान की बारिश, अभ्यास मंडल की व्याख्यानमाला में आएंगे कई क्षेत्रों के दिग्गज
बताते चलें कि 1886 में जब मई महीने में सर्वाधिक वर्षा हुई थी, उस समय इंदौर के रियासत के प्रमुख तुकोजीराव होलकर द्वितीय थे। जो जून 1886 तक प्रमुख रहे थे। मई महीने में सर्वाधिक वर्षा का रिकॉर्ड तुकोजीराव द्वितीय के कार्यकाल का है। इस तरह करीब 138 वर्ष बाद मई महीने में सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है।
यह भी पढ़ें: सिर्फ 6 दिन में टूटा 138 साल पुराना रिकॉर्ड, आंधी-बारिश ने मचाया कहर
जल संग्रह का कार्य इसी दौर से शुरू हुआ
साल 1875 के जल संकट ने नागरिकों की पेयजल सुविधा के लिए महाराजा तुकोजीराव द्वितीय के कार्यकाल में 1878 में सिरपुर तालाब का निर्माण किया गया था। नगर की जल समस्या से निजात पाने के लिए सर्वप्रथम तुकोजीराव होल्कर द्वितीय (कार्यकाल 1844-1886) ने नहर भंडारा का पाला बनवाकर नगर की जल योजना के लिए पहली कड़ी प्रस्तुत की थी।
पूरे मध्य प्रदेश में सक्रिय है मौसम का विक्षोभ
मध्यप्रदेश में आगामी दिनों तक यानी 10 मई तक ओलावृष्टि, बारिश और तेज आंधी का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई गई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, इस समय प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक टर्फ लाइन की सक्रियता के चलते मौसम में व्यापक बदलाव देखा जा रहा है। अनुमान है कि इस बार मई का महीना तापमान और वर्षा दोनों ही मामलों में पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ सकता है। पूरे प्रदेश में लोग मौसम की इन असामान्य गतिविधियों से प्रभावित हो रहे हैं।

कमेंट
कमेंट X