Chanakya Niti In Hindi: हर व्यक्ति अपने जीवन को बेहतर बनाने और जरूरतों को पूरा करने के लिए धन अर्जित करता है। लेकिन कुछ लोग कड़ी मेहनत की जगह आसान रास्तों को चुनकर जल्दी अमीर बनना चाहते हैं। ऐसे लोग भले ही थोड़े समय के लिए संपन्न बन जाएं, पर उनका धन टिकता नहीं और वे अक्सर आर्थिक तंगी में फंसे रहते हैं। ऐसा धन व्यक्ति की मानसिक शांति छीन उसे कर्ज और तनाव में डाल देता है।
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार गलत तरीकों से कमाया धन नहीं देता तरक्की, बढ़ जाती है दरिद्रता
आचार्य चाणक्य ने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ 'चाणक्य नीति' में ऐसे लोगों के बारे में बताया है, जिन लोगों के पास धन ज्यादा समय तक नहीं ठहरता, चाहे वे कितना भी कमा लें। यदि इन बातों को ध्यान में रखा जाए तो व्यक्ति समस्याओं से तो बच ही सकता है, साथ ही एक संतुष्ट और सफल जीवन भी व्यतीत कर सकता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अन्यायोपार्जितं द्रव्यं दश वर्षाणि तिष्ठति।
प्राप्ते एकादशे वर्षे समूलं च विनश्यति।।
अर्थ: अन्याय या गलत तरीके से अर्जित धन अधिकतम दस वर्षों तक टिकता है, ग्यारहवें वर्ष में वह पूरी तरह नष्ट हो जाता है।
चाणक्य के अनुसार जो धन ईमानदारी से नहीं, बल्कि अनुचित या धोखाधड़ी के माध्यम से अर्जित किया गया हो, वह सिर्फ क्षणिक सुख देता है। ऐसा धन आपको समृद्धि नहीं देता। यह व्यक्ति की मानसिक शांति छीनने के साथ भविष्य में दुखों का कारण भी बनता है।
Chanakya Niti: ऐसे लोगों से शत्रुता रखना स्वयं के लिए मुसीबत खड़ी करने जैसा है, आचार्य चाणक्य की इन बातों का रखें ध्यान
Chanakya Niti Sutras: चाणक्य नीति की ये बातें बनाएंगी हर चुनौती आसान, संतुष्ट और सफल जीवन करेंगे व्यतीत
अगर कोई व्यक्ति दूसरों को धोखा देकर धन कमाता है, तो उसका सम्मान धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। चाणक्य के अनुसार, समाज ऐसे लोगों को तिरस्कृत करता है। ऐसे लोगों के संबंध खराब होते हैं और वह कर्ज तथा मानसिक तनाव से घिर जाते हैं।
चोरी या छल-कपट से मिला पैसा कभी स्थायित्व नहीं देता। यह न तो आत्मिक संतोष देता है और न ही सुख-शांति। चाणक्य के अनुसार, चोरी करने वाला व्यक्ति समाज में मान-सम्मान खो देता है। चोरी की कमाई से न केवल स्वयं व्यक्ति का पतन होता है, बल्कि उसके परिवार और वंश को भी इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ता है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।