सब्सक्राइब करें

अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा: श्रद्धा के पथ पर राम नाम में मगन दिखा हर मन, जयघोष व संकीर्तन से गूंजी गली-गली

अमर उजाला नेटवर्क, अयोध्या Published by: भूपेन्द्र सिंह Updated Tue, 12 Nov 2024 09:39 AM IST
सार

अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचे हैं। यहां हर मन श्रद्धा के पथ पर राम नाम में मगन दिख। जयघोष व संकीर्तन से गली-गली गूंज उठी। 

विज्ञापन
Devotees from many states arrived in Ayodhya for Panchkosi Parikrama street resound with slogans and Sankirtan
अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा करते श्रद्धालु। - फोटो : अमर उजाला

रामनगरी अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा में अवध सहित कई प्रांतों के श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। भगवान राम और उनकी नगरी के प्रति अगाध आस्था ऐसे लाखों लोगों को एक सतह पर खड़ा करती है। इसको पुष्टि परिक्रमा में उमड़े हर वर्ग के भक्तों से होती दिखी। 



बच्चे, बूढ़े और जवान... सबमें राम के प्रति आस्था ललक रही थी। पांच साल के बच्चे से लेकर 80 साल के वृद्ध तक परिक्रमा पथ को नापते नजर आए तो 42 किमी की परिधि में आस्था की इंद्रधनुषी छटा बिखरती दिखी। हर किसी में राम नाम का मोती लूटने की होड़ दिखी।

Trending Videos
Devotees from many states arrived in Ayodhya for Panchkosi Parikrama street resound with slogans and Sankirtan
अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा करते श्रद्धालु। - फोटो : अमर उजाला
प्रयागराज निवासी आलोक खरे अपने परिवार के साथ परिक्रमा कर रहे थे बोले यह परिक्रमा नहीं, राम नाम का मोती है। चार साल का मंगल भी परिक्रमा पथ पर दौड़ रहा था। पिता राजकरन बोले थोड़ी दूर चलता है, जब थक जाता है तो कंधे पर बिठा लेता हूं। यह इसकी पहली परिक्रमा है। 
 
विज्ञापन
विज्ञापन
Devotees from many states arrived in Ayodhya for Panchkosi Parikrama street resound with slogans and Sankirtan
अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा करते श्रद्धालु। - फोटो : अमर उजाला
बस्ती के 75 वर्षीय अभयराम द्विवेदी रामनाम जपते हुए बड़े जा रहे थे। बोले- मुझमें अब कहां शक्ति बची है। ये तो मेरे राम की कृपा है जो मैं परिक्रमा कर रहा हूं। गोंडा के विजय व अर्जुन अभी छात्र हैं। कहा कि पांचकोसी की आध्यात्मिक परिधि की परिक्रमा करने से भक्तिमार्ग से जुड़े रहने की प्रेरणा मिलती है।
 
Devotees from many states arrived in Ayodhya for Panchkosi Parikrama street resound with slogans and Sankirtan
अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा करते श्रद्धालु। - फोटो : अमर उजाला
राम के प्रति गहन आस्था की झलक दिव्यांग राम करन कुशवाहा में दिखी। वे करीब 63 साल के हैं। बताया कि 14-15 बार पंचकोसी परिक्रमा कर चुके हैं। कहा कि दिव्यांग होते हुए परिक्रमा कर लेता हूं, इससे बड़ी कृपा राम की और क्या हो सकती है। 
 
विज्ञापन
Devotees from many states arrived in Ayodhya for Panchkosi Parikrama street resound with slogans and Sankirtan
अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा करते श्रद्धालु। - फोटो : अमर उजाला
इसी तरह 35 वर्षीय साधना पेशे से शिक्षक हैं, अपने पति के साथ परिक्रमा पथ पर थीं, बोलीं बदलती अयोध्या को निहारने की इच्छा थी। साथ ही पंचकोसी परिक्रमा करने से पूरे अयोध्या धाम के तीर्थों की परिक्रमा का फल प्राप्त हो जाता है।
 
विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed