{"_id":"6899f570e78e482ff00cf295","slug":"kanpur-murder-case-last-rites-of-dhruv-alias-kajal-kinnar-and-dev-pandey-2025-08-11","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"UP: ध्रुव से बनी काजल...फिर ममेरे भाई के साथ मिली कमरे में लाश, दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार; नहीं रुके आंसू","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
UP: ध्रुव से बनी काजल...फिर ममेरे भाई के साथ मिली कमरे में लाश, दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार; नहीं रुके आंसू
संवाद न्यूज एजेंसी, मैनपुरी
Published by: अरुन पाराशर
Updated Mon, 11 Aug 2025 07:22 PM IST
सार
कानपुर में ध्रुव उर्फ काजल किन्नर और उसके ममेरे भाई देव पांडेय के शवों को मैनपुरी स्थित गांव लाया गया। शवों को देख चीत्कार मच गया। दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
विज्ञापन
काजल और देव का फाइल फोटाे।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
कानपुर में ध्रुव उर्फ काजल किन्नर और उसके ममेरे भाई देव पांडेय की हत्या के बाद रविवार देर शाम दोनों शवों का अंतिम संस्कार मैनपुरी के ज्योंती में किया गया। देव पांडेय का शव आने के बाद परिजन का रो रोकर बुरा हाल है। देव के पिता संतोष पांडेय के आवास पर पहुंचकर लोग शोक जता रहे हैं।
Trending Videos
मृतका की मां गुड्डी देवी
- फोटो : amar ujala
ज्योंती के रहने वाले संतोष पांडेय कथावाचक हैं। उनकी बहन मुन्नी देवी की शादी कुसमरा के पास के गांव धरमंगदपुर के रहने वाले ब्रजेश दुबे से हुई थी। 12 साल के देव को जब वह एक साल का था, तभी उसकी बुआ मुन्नी देवी अपने साथ ले गई थी। एक साल बाद वह देव को अपने बड़े बेटे ध्रुव उर्फ काजल के पास कानपुर ले जाकर रहने लगी। ध्रुव ने लड़की बनने के लिए मुंबई में सर्जरी कराकर अपना नाम काजल रख लिया था। काजल डांस और आर्केस्ट्रा पार्टी में काम करती थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
Kanpur Double Murder
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
संतोष पांडेय ने बताया कि उनकी बहन ने भतीजे देव का कानपुर में कक्षा छह में प्रवेश कराया था। वह 22 जून को बुआ के साथ माता-पिता के पास आया था। 27 जून को वह बुआ के साथ ही गांव धरमंगदपुर चला गया था। धरमंगदपुर से वह बुआ के साथ काजल के पास कानपुर चला गया था। काजल ही उसका पढ़ाई का खर्चा भी वहन करती थी।
पुलिस को जानकारी देते परिजन।
- फोटो : amar ujala
उन्होंने बताया कि देव कानपुर में ही था। मुन्नीदेवी गांव में थी। वह रक्षाबंधन के दिन धरमंगदपुर से छोटी बेटी चांदनी के साथ जब कानपुर गईं तब उनको देव और काजल की हत्या की जानकारी हुई। मुन्नी देवी ने ही फोन से देव की हत्या की सूचना दी। तब संतोष पांडेय पत्नी सीता, बड़े पुत्र रजत, पुत्री दीक्षा और प्रतीक्षा के साथ कानपुर गए। वहां पोस्टमार्टम के बाद काजल और देव के शव ज्योंती लाए गए।
विज्ञापन
काजल की मां और अन्य परिजन
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
रविवार शाम को जैसे ही दोनों शव ज्योंती पहुंचे तो परिवार में करुण क्रंदन मच गया। देव के माता-पिता का रो रोकर बुरा हाल था। बाद में दोनों के परिजन की सहमति से शवों का अंतिम संस्कार ज्योंती में ही रविवार की देर शाम कर दिया गया। संतोष पांडेय ने बताया कि शव पुराने होने के कारण खराब हो गए थे। इसके चलते ही बहन और बहनोई की सहमति से ध्रुव उर्फ काजल का भी अंतिम संस्कार ज्योंती में ही किया गया।