कश्मीर मुद्दे पर केवल भारत में ही नहीं बल्कि भारत से लगभग 4000 किलोमीटर दूर स्थित एक देश में भी चुनाव लड़ा जा रहा है। बड़ी बात यह है कि यहां भारतीय मतदाताओं की तादात अच्छी खासी है जो किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
दुनिया के इस देश में 'कश्मीर मुद्दे' पर लड़ा जा रहा चुनाव, निर्णायक भूमिका में हैं भारतीय मतदाता
कंजरवेटिव और लेबर पार्टी में भिड़ंत
बता दें कि इन दिनों ब्रिटेन में आम चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कंजरवेटिव और लेबर पार्टी जोर-शोर से जुटी हुई है। दोनों पार्टियां भारतीय मूल के मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं।
ब्रिटेन चुनाव में चर्चा में कश्मीर मसला
ब्रिटेन में हो रहे आम चुनाव में कश्मीर मामला चर्चा का विषय बन गया है। एक तरफ जहां लेबर पार्टी भारत सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध कर रही है। वहीं, कंजरवेटिव पार्टी ने आधिकारिक रूप से इस विषय पर कुछ भी करने से इनकार किया है।
लेबर पार्टी के रूख का भारतीय समुदाय ने किया विरोध
ब्रिटेन की लेबर पार्टी के कश्मीर मुद्दे पर अपनाए गए रूख का विरोध पूरा भारतीय समुदाय कर रहा है। ब्रिटिश हिंदू मतदाताओं के एक बड़े वर्ग ने लेबर पार्टी को वोट देने से इनकार कर दिया है।
कश्मीर पर आपात प्रस्ताव पेश कर चुकी है लेबर पार्टी
बता दें कि सितंबर महीने में लेबर पार्टी ने एक आपात प्रस्ताव पेश कर भारत के कदम की आलोचना की थी। लेबर पार्टी ने अपने प्रस्ताव में कहा था कि एक अंतरराष्ट्रीय दल को कश्मीर में जाकर वहां की जमीनी हालात का जायजा लेना चाहिए।