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पंजाब में गुरुपर्व पर आतिशबाजी: फिर बिगड़ी आबोहवा, मंडी गोबिंदगढ़ सबसे प्रदूषित; पहली बार एक्यूआई 431 पहुंचा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Fri, 07 Nov 2025 07:50 AM IST
सार
विशेषज्ञों के अनुसार पटाखों के धुएं के साथ हवा की गुणवत्ता काफी तेजी से खराब हुई। एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंचने के लिए पटाखों के साथ पराली और औद्योगिक प्रदूषण भी जिम्मेदार है।
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आतिशबाजी करते लोग
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
पंजाब में गुरुपर्व पर जमकर हुई आतिशबाजी की वजह से मंडी गोबिंदगढ़ की हवा बेहद खराब रही। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 431 दर्ज किया गया जो अति गंभीर श्रेणी में आता है।
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इसके अलावा बठिंडा का 323 और जालंधर का अधिकतम एक्यूआई 301 दर्ज किया गया। इसके अलावा बाकी शहरों की हवा भी खराब रही। लुधियाना का 155, पटियाला का 137, खन्ना का 122 और अमृतसर का एक्यूआई 193 दर्ज किया गया है। एक्यूआई का यह स्तर स्वस्थ लोगों की सेहत पर भी प्रभाव डालता है जबकि बुजुर्ग, बच्चों और सांस, हृदय या फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए अधिक खतरनाक है।
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वहीं गुरुपर्व के दूसरे दिन वीरवार को मंडी गोबिंदगढ़ का औसत एक्यूआई 231 दर्ज किया गया है। इसी तरह जालंधर 192, लुधियाना 172, अमृतसर 141, बठिंडा 136, खन्ना 124 और पटियाला का एक्यूआई 124 दर्ज किया गया है। गुरुपर्व पर तड़के 4 से 5 बजे और रात को 9 से 10 बजे तक ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी गई थी। बावजूद इसके इन आदेशों का अधिकतर शहरों में पालन नहीं हुआ। रात 12 बजे तक भी खूब पटाखे चलाए गए।
पराली जलाने के 351 नए केस, कुल मामले 3284 हुए
पंजाब में वीरवार को पराली जलाने के 351 नए मामले सामने आए। इससे मौजूदा सीजन में पराली जलाने के कुल मामलों की संख्या बढ़कर अब 3284 हो गई है। संगरूर में अब तक सबसे ज्यादा 557 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि तरनतारन 537 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। पंजाब में पराली के मामलों में लगातार वृद्धि के कारण हवा में प्रदूषण बढ़ रहा है। बच्चों, बुजुर्गों व मरीजाें के लिए यह प्रदूषण काफी परेशान करने वाला है।संगरूर, तरनतारन और फिरोजपुर के बाद अमृतसर से पराली जलाने के सबसे अधिक 279 मामले, बठिंडा से 228, पटियाला से 189, कपूरथला से 111, मानसा से 152, मुक्तसर से 146, मोगा से 165, लुधियाना से 113, बरनाला से 70, मालेरकोटला से 62, जालंधर से 54, फाजिल्का से 69, फरीदकोट से 75, फतेहगढ़ साहिब से 34, एसएएस नगर से 27, होशियारपुर से 15 मामले सामने आए। वीरवार को लगातार दूसरे दिन सबसे अधिक पराली मोगा में जली।
पंजाब में 5 नवंबर तक 1288 मामलों में 66 लाख 90 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जिसमें से 32 लाख 60 हजार रुपये की वसूली कर ली गई है। इसके साथ ही 972 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है और 1222 रेड एंट्रियां की गई हैं।
पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं से रात का पारा 4 डिग्री गिरा
पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं ने पंजाब में ठंडक बढ़ा दी है। राज्य के न्यूनतम तापमान में वीरवार को 4 डिग्री की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इससे न्यूनतम पारा अब सामान्य के पास पहुंच गया है, जबकि पिछले कईं दिनों से यह सामान्य से 2 से 3 डिग्री तक ऊपर बना हुआ था।अमृतसर, पटियाला और बठिंडा का न्यूनतम पारा सामान्य के नीचे दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में भी 0.6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इससे यह सामान्य से 1.7 डिग्री नीचे गिर गया है। मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के डायरेक्टर सुरिंदर पाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई है।
ऐसे में हिमाचल से आ रही ठंडी हवाओं से पंजाब में सुबह व शाम की ठंडक शुरू हो गई है। खास तौर से रात के तापमान में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मौसम भले ही शुष्क रहेगा, लेकिन इन ठंडी हवाओं के कारण दिन व रात को ठंडक का मौसम बना रहेगा।