{"_id":"69235cde77c8c5083607ede8","slug":"new-sunny-enclave-water-supply-remains-suspended-for-the-fifth-day-residents-preparing-for-a-major-protest-mohali-news-c-71-1-spkl1025-136002-2025-11-24","type":"story","status":"publish","title_hn":"न्यू सन्नी एनक्लेव : पांचवें दिन भी नहीं आया पानी, बड़े आंदोलन की तैयारी में लोग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
न्यू सन्नी एनक्लेव : पांचवें दिन भी नहीं आया पानी, बड़े आंदोलन की तैयारी में लोग
विज्ञापन
विज्ञापन
खरड़/मोहाली। सेक्टर-125 न्यू सन्नी एनक्लेव के हजारों लोग पांच दिन से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। रविवार को भी लोग पानी के लिए परेशान रहे। ट्यूबवेलों का कनेक्शन कटने के बाद पूरे क्षेत्र में पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। जाम लगाने के बाद लोगों ने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है।
बिजली विभाग ने पिछले दिनों बिल नहीं भरने के कारण ट्यूबवेलों के कनेक्शन काटने के अलावा कई ट्यूबवेलों से कुंडी हटा दी थी। इसके बाद क्षेत्र में पेयजल संकट पैदा हो गया। शनिवार को जब नाराज निवासियों ने पानी की समस्या को लेकर सड़क जाम किया, तब बाजवा डेवलपर्स की ओर से आश्वासन दिया गया कि अस्थायी व्यवस्था के तहत जनरेटर चलाकर पानी की सप्लाई बहाल कर दी जाएगी। रविवार सुबह इन जनरेटरों ने भी काम करना बंद कर दिया, इससे स्थिति और बिगड़ गई। मजबूरी में क्षेत्र के लोग महंगे दामों में पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं।
आरडब्ल्यूए और पार्षद ने जताई नाराजगी
आरडब्ल्यूए के सदस्य पवितर पाल सिंह बराड़ और वार्ड पार्षद हरिंदर पाल जॉली ने बताया कि सोमवार को बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। अगर कोई समाधान नहीं निकला तो न्यू सन्नी एनक्लेव के हालात बेहद गंभीर हो जाएंगे। नगर परिषद खरड़ और प्रशासन की उदासीनता के कारण लोग पीने के पानी के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। पार्षद जॉली ने कहा कि बिल्डर की गलती और उसकी अधूरी तैयारियों का खामियाजा जनता भुगत रही है, जबकि प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के बजाय तमाशबीन बना हुआ है।
विभागों की खींचतान, भुगत रहे आम लोग
निवासियों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से लगातार बढ़ती आबादी और निर्माण कार्य के बावजूद पानी और बिजली की मूलभूत सुविधाओं को अपग्रेड नहीं किया गया। उनका आरोप है कि बिल्डर और बिजली विभाग के बीच औपचारिकताओं और खींचतान के कारण आम नागरिक परेशान हैं। कई घरों में बुज़ुर्ग, छोटे बच्चे और बीमार मरीज हैं। उनके लिए पानी की कमी गंभीर समस्या बन गई है।
आंदोलन की चेतावनी, प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग
क्षेत्र के लोगों ने स्पष्ट कहा है कि यदि जल्द ही स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री, स्थानीय प्रशासन और नगर परिषद से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है ताकि पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं बहाल की जा सकें। निवासियों का कहना है कि पीने के पानी जैसी मूल जरूरतों के लिए रोज संघर्ष करना अब असहनीय हो चुका है।
Trending Videos
बिजली विभाग ने पिछले दिनों बिल नहीं भरने के कारण ट्यूबवेलों के कनेक्शन काटने के अलावा कई ट्यूबवेलों से कुंडी हटा दी थी। इसके बाद क्षेत्र में पेयजल संकट पैदा हो गया। शनिवार को जब नाराज निवासियों ने पानी की समस्या को लेकर सड़क जाम किया, तब बाजवा डेवलपर्स की ओर से आश्वासन दिया गया कि अस्थायी व्यवस्था के तहत जनरेटर चलाकर पानी की सप्लाई बहाल कर दी जाएगी। रविवार सुबह इन जनरेटरों ने भी काम करना बंद कर दिया, इससे स्थिति और बिगड़ गई। मजबूरी में क्षेत्र के लोग महंगे दामों में पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
आरडब्ल्यूए और पार्षद ने जताई नाराजगी
आरडब्ल्यूए के सदस्य पवितर पाल सिंह बराड़ और वार्ड पार्षद हरिंदर पाल जॉली ने बताया कि सोमवार को बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। अगर कोई समाधान नहीं निकला तो न्यू सन्नी एनक्लेव के हालात बेहद गंभीर हो जाएंगे। नगर परिषद खरड़ और प्रशासन की उदासीनता के कारण लोग पीने के पानी के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। पार्षद जॉली ने कहा कि बिल्डर की गलती और उसकी अधूरी तैयारियों का खामियाजा जनता भुगत रही है, जबकि प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के बजाय तमाशबीन बना हुआ है।
विभागों की खींचतान, भुगत रहे आम लोग
निवासियों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से लगातार बढ़ती आबादी और निर्माण कार्य के बावजूद पानी और बिजली की मूलभूत सुविधाओं को अपग्रेड नहीं किया गया। उनका आरोप है कि बिल्डर और बिजली विभाग के बीच औपचारिकताओं और खींचतान के कारण आम नागरिक परेशान हैं। कई घरों में बुज़ुर्ग, छोटे बच्चे और बीमार मरीज हैं। उनके लिए पानी की कमी गंभीर समस्या बन गई है।
आंदोलन की चेतावनी, प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग
क्षेत्र के लोगों ने स्पष्ट कहा है कि यदि जल्द ही स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री, स्थानीय प्रशासन और नगर परिषद से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है ताकि पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं बहाल की जा सकें। निवासियों का कहना है कि पीने के पानी जैसी मूल जरूरतों के लिए रोज संघर्ष करना अब असहनीय हो चुका है।