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Shimla News: लावारिस कुत्तों को पकड़ने के लिए वाहन खरीदेगा नगर निगम
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बजट के लिए प्रदेश सरकार को भेजा प्रस्ताव, शेल्टर होम का भी एमस करवाएगा शहर में निर्माण
अभी नगर निगम के पास है महज एक वाहनसंवाद न्यूज एजेंसी
शिमला। शहर में लावारिस कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने तैयारियां कर ली हैं। निगम ने सरकार को शेल्टर होम और डॉग कैचिंग व्हीकल खरीदने का प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव में नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि जब सरकार बजट देगी तो तुरंत शेल्टर होम और डॉग कैचिंग व्हीकल (कुत्तों को पकड़ने वाला वाहन) की खरीदारी की जाएगी।
राजधानी में लावारिस कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नगर निगम ने शहर में करीब 3500 लावारिस कुत्तों की पहचान की है और उनको पकड़कर उनकी स्टरलाइजेशन (नसबंदी) का काम भी किया है। इसके अलावा 1700 से अधिक लावारिस कुत्तों की स्टरलाइजेशन कर उनके गले में क्यूआर कोड के टैग लगाए हैं। निगम का कहना है कि कुत्तों को पकड़ने के लिए संसाधन जरूरत के मुकाबले बेहद कम हैं। ऐसे में शहर के 34 वार्ड में एक गाड़ी होने के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है। नगर निगम का कहना है कि अगर कम से कम चार गाड़ियां होंगी तो दिक्कतें कम होंगी और कुत्तों को पकड़ने का काम जल्द पूरा होगा। मौजूदा समय में एक वार्ड में गाड़ी जाती है तो दूसरे वार्ड से आई शिकायत का हल नहीं हो पाता है। ऐसे में दिक्कतें बढ़ जाती हैं। यही कारण है कि अधिक गाड़ियां होने से लोगों को भी दिक्कतें पेश नहीं आएंगी। दूसरी ओर मौजूदा डॉग कैचिंग वाहन अपनी निर्धारित 15 वर्ष की अवधि पूरी करने के करीब है। ऐसे में नियमानुसार अवधि पूरी होने के बाद इस वाहन को हटाया जाएगा। लिहाजा समय रहते नए वाहन नहीं खरीदे तो कुत्तों को पकड़ने का काम पूरी तरह बंद हो जाएगा।
इसलिए भी जरूरी है बजट
नगर निगम की ओर से टुटीकंडी में खतरनाक कुत्तों को रखने के लिए होम शेल्टर बनाया है। इनके रहने के लिए करीब 20 पिंजरे तैयार किए हैं लेकिन निगम का कहना है कि आने वाले दिनों में खतरनाक लावारिस कुत्तों की संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में इन्हें दोबारा उसी स्थान पर न छोड़ने के बजाय शेल्टर होम में रखकर देखभाल की जाएगी। इसके अलावा निगम रोजाना इन्हें खाना भी उपलब्ध करवाएगा। इसके लिए अतिरिक्त बजट मिलना जरूरी है।
सरकार को भेजा प्रपोजल
डॉग शेल्टर बनाने और नई गाड़ियों की खरीद को लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा है। सरकार से बजट को लेकर मंजूरी मिलने के बाद खरीदारी की जाएगी।
- भूपेंद्र अत्री, आयुक्त नगर निगम शिमला
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अभी नगर निगम के पास है महज एक वाहनसंवाद न्यूज एजेंसी
शिमला। शहर में लावारिस कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने तैयारियां कर ली हैं। निगम ने सरकार को शेल्टर होम और डॉग कैचिंग व्हीकल खरीदने का प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव में नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि जब सरकार बजट देगी तो तुरंत शेल्टर होम और डॉग कैचिंग व्हीकल (कुत्तों को पकड़ने वाला वाहन) की खरीदारी की जाएगी।
राजधानी में लावारिस कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नगर निगम ने शहर में करीब 3500 लावारिस कुत्तों की पहचान की है और उनको पकड़कर उनकी स्टरलाइजेशन (नसबंदी) का काम भी किया है। इसके अलावा 1700 से अधिक लावारिस कुत्तों की स्टरलाइजेशन कर उनके गले में क्यूआर कोड के टैग लगाए हैं। निगम का कहना है कि कुत्तों को पकड़ने के लिए संसाधन जरूरत के मुकाबले बेहद कम हैं। ऐसे में शहर के 34 वार्ड में एक गाड़ी होने के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है। नगर निगम का कहना है कि अगर कम से कम चार गाड़ियां होंगी तो दिक्कतें कम होंगी और कुत्तों को पकड़ने का काम जल्द पूरा होगा। मौजूदा समय में एक वार्ड में गाड़ी जाती है तो दूसरे वार्ड से आई शिकायत का हल नहीं हो पाता है। ऐसे में दिक्कतें बढ़ जाती हैं। यही कारण है कि अधिक गाड़ियां होने से लोगों को भी दिक्कतें पेश नहीं आएंगी। दूसरी ओर मौजूदा डॉग कैचिंग वाहन अपनी निर्धारित 15 वर्ष की अवधि पूरी करने के करीब है। ऐसे में नियमानुसार अवधि पूरी होने के बाद इस वाहन को हटाया जाएगा। लिहाजा समय रहते नए वाहन नहीं खरीदे तो कुत्तों को पकड़ने का काम पूरी तरह बंद हो जाएगा।
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इसलिए भी जरूरी है बजट
नगर निगम की ओर से टुटीकंडी में खतरनाक कुत्तों को रखने के लिए होम शेल्टर बनाया है। इनके रहने के लिए करीब 20 पिंजरे तैयार किए हैं लेकिन निगम का कहना है कि आने वाले दिनों में खतरनाक लावारिस कुत्तों की संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में इन्हें दोबारा उसी स्थान पर न छोड़ने के बजाय शेल्टर होम में रखकर देखभाल की जाएगी। इसके अलावा निगम रोजाना इन्हें खाना भी उपलब्ध करवाएगा। इसके लिए अतिरिक्त बजट मिलना जरूरी है।
सरकार को भेजा प्रपोजल
डॉग शेल्टर बनाने और नई गाड़ियों की खरीद को लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा है। सरकार से बजट को लेकर मंजूरी मिलने के बाद खरीदारी की जाएगी।
- भूपेंद्र अत्री, आयुक्त नगर निगम शिमला