रक्षाबंधन : पूर्णिमा पर आज दिनभर राखी बांध सकेंगी बहनें, उदया तिथि में खास योग; भद्रा व पंचक की नहीं होगी बाधा
Rakshabandhan 2025: काशी नगरी में रक्षा बंधन का त्योहार परंपरा के तहत मनाया जा रहा है। सात साल बाद ऐसा समय आया है जब यह दिन भद्रा मुक्त होगा। बहनें दिनभर भाइयों को राखी बांध सकेंगी।

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Shubh Muhurat Today: भाई बहन के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन शनिवार को मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार बेहद खास है क्योंकि पूर्णिमा पर न तो भद्रा की छाया है और न ही पंचक की बाधा। उदया तिथि में पूर्णिमा मिलने के बाद बहनें इस बार पूरे दिन भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकेंगी। सात साल पहले 2019 में भद्रा मुक्त रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया था।

बीएचयू के ज्योतिष विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. विनय पांडेय ने बताया कि पूर्णिमा तिथि आठ अगस्त को दिन में 1:42 से अगले दिन नौ अगस्त को दिन में 1:23 बजे तक रहेगी। ऐसे में रक्षाबंधन उदया तिथि में नौ अगस्त को मनाया जाएगा। भद्रा का प्रभाव भी अर्धरात्रि में 1:32 बजे तक ही रहेगा इसलिए भ्रदा का प्रभाव नहीं पड़ेगा।
रक्षाबंधन पर पंचक योग पूर्णिमा तिथि रात 2:11 बजे लगेगी। जबकि रक्षाबंधन पर्व के किसी भी मुहूर्त में पंचक का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। 29 साल के बाद शनि मीन और सूर्य कर्क राशि में विराजमान होकर समसप्तक योग का निर्माण कर रहे हैं। इसके साथ ही पूर्णिमा पर आयुष्मान, स्थिर, सौभाग्य, बुधादित्य, हर्ष विपरीत, शकट, पाराशरी, विमल विपरीत एवं धन योग बन रहे हैं।
राखी बंधवाने के मुहूर्त
रक्षाबंधन के दिन पूरे दिन कभी भी राखी बंधवा सकते हैं। दोपहर तक पूर्णिमा में ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5.29 से 6.05 बजे तक, सर्वोत्तम मुहूर्त स्थिर सिंह लग्न सुबह 6.06 से 8:20 बजे, कन्या लग्न सुबह 8.21 से 9.06 बजे तक, विजय मुहूर्त सुबह 10:47 से मध्याह्न 11:58 बजे तक, अभिजीत मुहूर्त मध्याह्न 11.59 से दोपहर 12.53 बजे तक है। राहु काल सुबह 9.07 से 10.46 बजे के बीच है।
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