Pitru Paksha 2025: अगर आप पर पितृदोष है, तो पितृ पक्ष में करें ये उपाय
Pitru Dosh Upay: पितृदोष तब होता है, जब पूर्वजों की आत्मा असंतुष्ट या अशांत होती है। यह दोष पितरों के अधूरे कर्म, अपूर्ण श्राद्ध या किसी पूर्व जन्म के पाप के कारण होता है।

विस्तार
पं. धनंजय मिश्र
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।
Pitru Dosh Door Karne Ke Upay: यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में पितृदोष हो तो जीवन में विघ्न-बाधाएं आती ही रहती हैं। दरअसल, पितृदोष पूर्वजन्म में किए गए पाप कर्मों का फल अथवा पितरों के पाप के दंड को भोगता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में सूर्य, गुरु, चंद्रमा, मंगल, शुक्र, बुध, शनि आदि की युति जब राहु के साथ बनती है अथवा राहु के साथ अन्य ग्रहों की युति बनती है तो पितृदोष होता है। इसी प्रकार जब हाथ में बृहस्पति पर्वत और मस्तिष्क रेखा के बीच से निकलकर आ रही रेखा बृहस्पति और मस्तिष्क रेखा को काटती है तो हस्तरेखा शास्त्रानुसार यह पितृदोष का सूचक है। ज्योतिष शास्त्र में इसे मंगल का कारक भी माना गया है, क्योंकि मंगल ज्योतिष शास्त्रानुसार रक्त संबंध को जोड़ता है। यही कारण है कि विद्वान पितृदोष की तुलना मंगलदोष से करते हैं। कुछ उपायों से पितृदोष के असर को कम किया जा सकता है।
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कैसे करें निवारण
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