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Gmail: अब एआई देगा आपके स्टाइल में ई-मेल का जवाब, नए फीचर पर काम कर रहा है गूगल

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: प्रदीप पाण्डेय Updated Wed, 04 Jun 2025 11:40 AM IST
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सार

AGI के संभावित प्रभावों को देखते हुए, हसबिस ने अमेरिका और चीन से वैश्विक मानकों और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा, “आशा करता हूं कि कम से कम वैज्ञानिक और सुरक्षा के स्तर पर हम साझा रास्ता निकाल सकें, क्योंकि इसका असर पूरी मानवता पर पड़ेगा।”

Now AI will reply to emails in your style On gmail Google is working on a new feature
Gmail Tips - फोटो : FREEPIK
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विस्तार
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भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बीमारियों का इलाज ढूंढ सकता है और जलवायु संकट को हल कर सकता है, लेकिन फिलहाल Google DeepMind के CEO डेमिस हसबिस की नजर एक ज्यादा व्यावहारिक समस्या पर है, ईमेल इनबॉक्स का बोझ कम करना। लंदन में आयोजित SXSW फेस्टिवल के दौरान अपने कीनोट में हसबिस ने बताया कि उनकी टीम एक उन्नत AI-संचालित ईमेल सिस्टम पर काम कर रही है, जिसका उद्देश्य डिजिटल पत्राचार से जुड़ी रोजमर्रा की परेशानियों को खत्म करना है।

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“मैं अपनी ईमेल से छुटकारा चाहता हूं”

हसबिस ने कहा, “मैं सच में चाहता हूं कि अगली पीढ़ी का ईमेल सिस्टम हो। मैं अपनी ईमेल से छुटकारा पाने के लिए हर महीने हजारों डॉलर खर्च करने को तैयार हूं।” यह सिस्टम अपने आप सामान्य संदेशों को मैनेज करेगा, यूजर की शैली में जवाब देगा और यह तय करेगा कि किन ईमेल्स पर तत्काल ध्यान देना जरूरी है। यह एक डिजिटल पर्सनल असिस्टेंट की तरह काम करेगा।

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AI आपकी शैली में दे सकेगा जवाब

हसबिस के अनुसार, यह टूल उन साधारण ईमेल्स को पहचान सकेगा और यूजर की भाषा व टोन में उत्तर देगा। यह कुछ आसान निर्णय भी अपने स्तर पर ले सकेगा। उन्होंने कहा, “मैं इस बात को लेकर काफी उत्साहित हूं कि AI को एक ऐसा यूनिवर्सल असिस्टेंट बनाया जाए, जो आपको अच्छी तरह समझे, आपको बेहतर सुझाव दे और रोजमर्रा के कामों से राहत दे।” हसबिस ने यह भी कहा कि टेक कंपनियों द्वारा बनाए गए ध्यान खींचने वाले एल्गोरिद्म से बचाव में भी AI सहायक हो सकता है। “हम AI को व्यक्ति की सेवा में लगा सकते हैं, ताकि वो हमारे समय और ध्यान की रक्षा कर सके,” उन्होंने जोड़ा।
 

AGI की दिशा में तेजी

हसबिस ने आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) पर भी चर्चा की। ऐसे सिस्टम जो इंसानों की तरह विभिन्न कार्यों पर सोच सकें। उन्होंने पहले सोचा था कि यह रिसर्च मुख्य रूप से विश्वविद्यालयों द्वारा की जाएगी, लेकिन AI की तेज व्यावसायिक प्रगति के चलते बड़ी कंपनियों ने इसमें काफी पहले निवेश शुरू कर दिया।

AGI के संभावित प्रभावों को देखते हुए, हसबिस ने अमेरिका और चीन से वैश्विक मानकों और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा, “आशा करता हूं कि कम से कम वैज्ञानिक और सुरक्षा के स्तर पर हम साझा रास्ता निकाल सकें, क्योंकि इसका असर पूरी मानवता पर पड़ेगा।”

5 से 10 साल में आ सकता है AGI

हसबिस का मानना है कि AGI अगले 5 से 10 वर्षों में आ सकता है और इसका प्रभाव औद्योगिक क्रांति जैसा होगा। उन्होंने अर्थशास्त्रियों और सामाजिक वैज्ञानिकों से अपील की कि वे इस पर विचार करें कि AI से होने वाली समृद्धि को कैसे समान रूप से बांटा जाए। “अगर हम आर्थिक समृद्धि और संसाधनों की भरमार की स्थिति तक पहुंचते हैं, तो क्या हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि यह समान रूप से वितरित हो?” उन्होंने सवाल उठाया।

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