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सरकारी अस्पताल की स्टॉफ नर्स नौकरी की आड़ में चला रही ये रैकेट
ब्यूरो/अमर उजाला मथुरा
Updated Fri, 21 Jul 2017 07:44 PM IST
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सरकारी अस्पताल की नर्स और उसके पति पर भी नौकरी के नाम पर दर्जनों लोगों से लाखों रुपये ठगने का आरोप है। मामले में रिपोर्ट भी दर्ज हुई थी, लेकिन पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी। पीड़ित ने पुलिस कप्तान से गुहार लगाई है।
तेजपाल सिंह निवासी मालगोदाम रोड ने 5 मार्च 2017 को थाना कोतवाली में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें सिविल लाइन थाना सदर बाजार निवासी डॉ.रामकुमार शर्मा और सरकारी अस्पताल की नर्स और उनकी पत्नी मीना देवी पर नौकरी के नाम पर 2.50 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाए गए थे।
मामले में कोतवाली प्रभारी डीएन मिश्रा ने बताया कि साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी। पीड़ित ने अब पुलिस कप्तान से गुहार लगाई है। पीड़ित की मानें तो नर्स और उनके पति ने करीब तीन दर्जन से अधिक लोगों से नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी की है। मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी अवगत कराया जाएगा।
बता दें कि मथुरा के स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर एक बड़ा कॉकस हावी है। इस कॉकस में स्वास्थ्य विभाग के अफसर, कर्मचारी तक शामिल हैं। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हुई तो सीएमओ कार्यालय के अफसर, कर्मचारियों के चेहरे से नकाब उतर सकते हैं।

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तेजपाल सिंह निवासी मालगोदाम रोड ने 5 मार्च 2017 को थाना कोतवाली में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें सिविल लाइन थाना सदर बाजार निवासी डॉ.रामकुमार शर्मा और सरकारी अस्पताल की नर्स और उनकी पत्नी मीना देवी पर नौकरी के नाम पर 2.50 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाए गए थे।
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मामले में कोतवाली प्रभारी डीएन मिश्रा ने बताया कि साक्ष्यों के अभाव में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी। पीड़ित ने अब पुलिस कप्तान से गुहार लगाई है। पीड़ित की मानें तो नर्स और उनके पति ने करीब तीन दर्जन से अधिक लोगों से नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी की है। मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी अवगत कराया जाएगा।
बता दें कि मथुरा के स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर एक बड़ा कॉकस हावी है। इस कॉकस में स्वास्थ्य विभाग के अफसर, कर्मचारी तक शामिल हैं। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हुई तो सीएमओ कार्यालय के अफसर, कर्मचारियों के चेहरे से नकाब उतर सकते हैं।
थाना सदर बाजार में चल रही है विवेचना

डॉ. रामकुमार शर्मा और मीना देवी के खिलाफ थाना सदर बाजार में भी मामला दर्ज है। वादी भरत सिंह ने 17 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें आरोप है कि उसके भाई की स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर तीन लाख रुपये ले लिए। नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने रुपये मांगे, तो मारपीट कर भगा दिया गया। विवेचक रामसुरेंद्र द्विवेदी ने बताया हमने चिकित्सक से रकम वापस करने को कहा है। अगर, उसने रकम वापस नहीं की तो चार्जशीट लगाई जाएगी।