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बाह में बीए की छात्रा की हत्या
बाह में बीए की छात्रा की हत्या
Updated Wed, 10 May 2017 01:33 AM IST
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murder
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सोमवार की शाम घर से लापता हुई बीए की छात्रा का शव मंगलवार की सुबह तड़के रेलवे ट्रैक के पास खेत में शव पड़ा मिलने से सनसनी फैल गई। छात्रा के शरीर, सिर, आंख, हाथपैर पर चोट के निशान मिले हैं। शव के पास मोबाइल और एक जूता मिला है। छात्रा की चप्पल रेलवे ट्रैक के पास मिली। उसकी मां ने बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए शक एक युवक पर जताया है। वहीं, पुलिस महज ट्रेन हादसा बता रही है।
छात्रा रीतू (18) पुत्री वीरपाल निवासी मोहल्ला गढ़ा पचौरी बाह भदावर महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। वह घर में अपनी मां सुनीता देवी और छोटे भाई के साथ रहती थी। सोमवार की शाम लगभग सवा सात बजे छात्रा शौच के लिए घर से निकली थी। वापस न लौटने पर उसकी मां रात भर खोजबीन करती रही। लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। मंगलवार की सुबह तड़के बाह में ही रेल लाइन के पास खेत में छात्रा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। उसके सिर में चोट का गहरा निशान है। आंख, हाथपैर भी जख्मी हैं। शव के पास मोबाइल, लाल रंग का जूता पड़ा मिला। ट्रैक से कुछ दूर छात्रा की चप्पल और चुन्नी पड़ी मिली। घटनास्थल से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हत्या से पहले हत्यारोपी से छात्रा की गुत्थमगुत्था हुई है। खींचतान और भागदौड़ के चिह्न भी मिले हैं। छात्रा की मां सुनीता ने हत्या का आरोप लगाया है। उसने बस्ती की एक महिला की भूमिका और एक युवक पार शक जताया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। लेकिन पुलिस इससे महज रेल दुर्घटना का मामला मान रही है। इंसपेक्टर अरविन्द कुमार ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर पूछताछ में पता चला कि दो लड़कियां रेलवे ट्रैक के पास थीं। उनमें एक हादसे का शिकार हो गई है। लेकिन सवाल उठता है कि रेलवे ट्रैक से 25 गज दूर छात्रा का शव, मोबाइल और जूता कैसे पहुंचा। चुन्नी और चप्पल रेलवे ट्रैक से कुछ गज दूर ही क्यों मिले।
मौके के साक्ष्य जुटाना भूल गई पुलिस
बाह। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मौके के साक्ष्यों की अनदेखी करने से भी नहीं चूकी। शव, चुन्नी, मोबाइल तो पुलिस ने बरामद कर लिये। लेकिन पास में पडे़ जूते और चप्पल को छोड़ दिया। जूते से पुलिस हत्यारोपी तक पहुंच सकती थी। क्योंकि जिस युवक को लेकर छात्रा की मां शक जता रही है। उस तक पहुंचने में जूता मददगार साबित हो सकता है। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से भी वारदात का राज खोलने में मदद मिलेगी। छात्रा की मां जिस महिला को लेकर सवाल उठा रही है। उससे पुलिस ने पूछताछ तक नहीं की।
कन्या धन के 30 हजार के लिए लिया था बीए में प्रवेश
बाह। नवंबर में छात्रा के पिता की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। परिवार का खर्च उठाने के लिए छात्रा के दो भाई मुंबई और नोएडा में मजदूरी करते हैं। मां के भाई भी खाने पीने का खर्चा उठाते हैं। मां ने बताया कि बेटी की शादी के लिए कोई इंतजाम नहीं था। किसी ने बताया कि कन्या विद्या धन के लिए बीए में प्रवेश लेना पड़ेगा। तब 30 हजार रुपये मिलेंगे। शादी की जुगाड़ के लिए ही प्रवेश कराया था।
छात्रा रीतू (18) पुत्री वीरपाल निवासी मोहल्ला गढ़ा पचौरी बाह भदावर महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। वह घर में अपनी मां सुनीता देवी और छोटे भाई के साथ रहती थी। सोमवार की शाम लगभग सवा सात बजे छात्रा शौच के लिए घर से निकली थी। वापस न लौटने पर उसकी मां रात भर खोजबीन करती रही। लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। मंगलवार की सुबह तड़के बाह में ही रेल लाइन के पास खेत में छात्रा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। उसके सिर में चोट का गहरा निशान है। आंख, हाथपैर भी जख्मी हैं। शव के पास मोबाइल, लाल रंग का जूता पड़ा मिला। ट्रैक से कुछ दूर छात्रा की चप्पल और चुन्नी पड़ी मिली। घटनास्थल से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हत्या से पहले हत्यारोपी से छात्रा की गुत्थमगुत्था हुई है। खींचतान और भागदौड़ के चिह्न भी मिले हैं। छात्रा की मां सुनीता ने हत्या का आरोप लगाया है। उसने बस्ती की एक महिला की भूमिका और एक युवक पार शक जताया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। लेकिन पुलिस इससे महज रेल दुर्घटना का मामला मान रही है। इंसपेक्टर अरविन्द कुमार ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर पूछताछ में पता चला कि दो लड़कियां रेलवे ट्रैक के पास थीं। उनमें एक हादसे का शिकार हो गई है। लेकिन सवाल उठता है कि रेलवे ट्रैक से 25 गज दूर छात्रा का शव, मोबाइल और जूता कैसे पहुंचा। चुन्नी और चप्पल रेलवे ट्रैक से कुछ गज दूर ही क्यों मिले।
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मौके के साक्ष्य जुटाना भूल गई पुलिस
बाह। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मौके के साक्ष्यों की अनदेखी करने से भी नहीं चूकी। शव, चुन्नी, मोबाइल तो पुलिस ने बरामद कर लिये। लेकिन पास में पडे़ जूते और चप्पल को छोड़ दिया। जूते से पुलिस हत्यारोपी तक पहुंच सकती थी। क्योंकि जिस युवक को लेकर छात्रा की मां शक जता रही है। उस तक पहुंचने में जूता मददगार साबित हो सकता है। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से भी वारदात का राज खोलने में मदद मिलेगी। छात्रा की मां जिस महिला को लेकर सवाल उठा रही है। उससे पुलिस ने पूछताछ तक नहीं की।
कन्या धन के 30 हजार के लिए लिया था बीए में प्रवेश
बाह। नवंबर में छात्रा के पिता की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। परिवार का खर्च उठाने के लिए छात्रा के दो भाई मुंबई और नोएडा में मजदूरी करते हैं। मां के भाई भी खाने पीने का खर्चा उठाते हैं। मां ने बताया कि बेटी की शादी के लिए कोई इंतजाम नहीं था। किसी ने बताया कि कन्या विद्या धन के लिए बीए में प्रवेश लेना पड़ेगा। तब 30 हजार रुपये मिलेंगे। शादी की जुगाड़ के लिए ही प्रवेश कराया था।