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Mahakumbh : शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के शिविर में धर्म संसद 10 जनवरी से, 27 विषयों पर जारी होगा धर्मादेश
अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Sat, 04 Jan 2025 06:46 PM IST
सार
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के शिष्य मुकुंदानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि शंंकराचार्य इस दौरान धर्म संसद का आयोजन कर रहे हैं, जो 27 दिन तक चलेगी। इस धर्म संसद में नीतिगत-धर्मगत-राष्ट्रगत निर्णय के उपरांत प्रतिदिन धर्मादेश जारी किया जाएगा। यह धर्मादेश भारत में धर्म और राष्ट्र के सबलता का आधार बनेगा।
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धर्म संसद के बारे में जानकारी देते शंकराचार्य अवमुक्तेश्वरानंद के शिष्य मुकुंदानंद ब्रह्मचारी।
- फोटो : अमर उजाला।
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विस्तार
हर छह वर्ष में अर्धकुंभ, 12 वर्ष में कुंभ और 12 कुंभ बीतने के उपरांत 144 वर्षों में महाकुंभ का पर्व होता है, जो इस सदी में हमें दर्शन और स्नान के लिए प्राप्त हुआ है। वर्तमान समय संपूर्ण विश्व के सनातनी, वैदिक, हिन्दू धर्म के लिए सौभाग्य है। इस कुंभ महापर्व से मानवता और विश्व कल्याण की कामना करने वाले ज्योतिष पीठाधीश्वर बद्रिकाश्रम हिमालय जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 का कुंभ में प्रवेश दिनांक नौ जनवरी को होगा।
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शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के शिष्य मुकुंदानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि शंंकराचार्य इस दौरान धर्म संसद का आयोजन कर रहे हैं, जो 27 दिन तक चलेगी। इस धर्म संसद में नीतिगत-धर्मगत-राष्ट्रगत निर्णय के उपरांत प्रतिदिन धर्मादेश जारी किया जाएगा। यह धर्मादेश भारत में धर्म और राष्ट्र के सबलता का आधार बनेगा।
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धर्म संसद के 27 विषय निर्धारित हैं, जिन पर प्रतिदिन चर्चा होगी। तात्कालिक परिस्थितियों को देखते हुए अन्य महत्वपूर्ण विषय भी चर्चा में समाहित किए जा सकेंगे। धर्म संसद का आरंभ दिनांक 10 और 11 जनवरी को गो संसद के रूप में होगा। इसके बाद धर्म संसद में अन्य 26 विषय समाहित होंगे। धर्म संसद निरंतर 11 फरवरी 2025 तक चलेगी।