उमा भारती बोलीं : गाय, गंगा और किसान से आत्मनिर्भर बनेगा भारत, संगम में लगेगी पांच डुबकी
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक शक्ति की जड़ें गंगा, गौ और किसान में हैं।
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मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक शक्ति की जड़ें गंगा, गौ और किसान में हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण महान कार्य है, पर राम का काम तभी पूरा होगा जब गंगा निर्मल-अविरल बहे और गौवंश की रक्षा सुनिश्चित हो।
प्रयागराज के सर्किट हाउस सभागार में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उमा भारती ने कहा कि गाय को बचाने के लिए गौशालाएं नहीं, बल्कि किसानों को सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि गौशालाओं से गाय नहीं बचेगी, किसान से बचेगी। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार किसानों को चरागाह, चारा, पशु चिकित्सा केंद्र और हाईवे पर फेंसिंग जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराए, जिससे गाय की देखभाल व्यावहारिक रूप से संभव हो सके।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी भारत और आत्मनिर्भर भारत अभियानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वदेशी की असली ताकत अपने जंगल, जल, जमीन और जीव-जंतुओं में है। उन्होंने कहा कि भारत के पास प्रचुर खनिज संपदा है और इनका संरक्षण ही आत्मनिर्भर भारत की कुंजी है।
मंगलवार को उमा भारती के आह्वान पर लगाई जाने वाली पांच डुबकियां गंगा, श्रद्धा और राष्ट्रभावना का अद्भुत संगम प्रस्तुत करती हैं। पहली डुबकी सुव्यवस्थित महाकुंभ आयोजन के लिए योगी और मोदी सरकार के प्रति आभार प्रकट करती है। दूसरी डुबकी महाकुंभ में पधारे साधु-संतों के प्रति श्रद्धा और वंदन का प्रतीक है।
तीसरी डुबकी करोड़ों श्रद्धालुओं के प्रति प्रयागवासियों की सद्भावना और स्वागत की भावना को समर्पित है। चौथी डुबकी पूरे देश से आए श्रद्धालुओं को नमन करती है, जबकि पांचवीं डुबकी मां गंगा की अविरलता, निर्मलता और नित्य प्रवाह के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का संकल्प दिलाती है। प्रेस वार्ता में महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी, भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी, उत्तराखंड से आईं समर्पिता देवी व पार्वती देवी आदि मौजूद रहे।