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Amethi News: सड़कों पर हादसों की रफ्तार तेज, 10 माह में 188 मौतें
संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी
Updated Thu, 13 Nov 2025 12:43 AM IST
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अमेठी सिटी। जिले में सड़क हादसों के आंकड़े डराने वाले हैं। सड़क हादसों पर अंकुश लगाने की कवायद फेल होती दिख रही है। इसी साल 10 माह में 188 लोग हादसों में जान गंवा चुके हैं और 207 बुरी तरह जख्मी हुए। हर माह जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक तो होती है, लेकिन उसके नतीजे बेहतर नहीं आते। यही वजह है कि छह साल में सड़क हादसों की संख्या 37 फीसदी बढ़ गई है।
हाल ही में पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस अधीक्षकों को हादसों पर अंकुश के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देशित किया। मंडल स्तर पर भी समीक्षा की गई। एक्सप्रेस वे और हाईवे पर दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं, इसलिए उस तरफ ज्यादा फोकस करने की जरूरत बताई गई। मौजूदा समय में पूरे जिले में 21 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इनमें से आठ स्थल ऐसे हैं, जहां सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। इन स्थानों पर राहगीरों की जागरूकता के लिए संकेतक लगाने के साथ ही सड़क इंजीनियरिंग पर काम करने की जरूरत बताई गई है।
आठ दुर्घटना बहुल स्थल से गुजरें संभलकर
बांदा-टांडा हाईवे पर मुंशीगंज चौराहा, निगोहा, अकेलवा चौराहा
प्रयागराज-अयोध्या हाईवे पर दुर्गापुर चौराहा,
लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर नागेश्वरगंज, पूरे प्रेम शाह, कस्तूरी पूरब, धरौली।
आंकड़े दे रहे गवाही
वर्ष मृतक घायल
2020 171 115
2021 174 101
2022 199 103
2023 228 155
2024 234 223
2025 188 207 (अक्तूबर तक)
हादसों के ये प्रमुख कारण
गलत दिशा में ड्राइविंग, वाहनों की तेज रफ्तार, नशे में गाड़ी चलाना हादसों की मुख्य कारण रहे। इसके अलावा ड्राइविंग करते समय मोबाइल पर बात करने या कान में हेड फोन लगाने की वजह से भी दुर्घटनाएं हुई हैं। आवारा जानवर भी कई बाहर हादसों की वजह बन चुके हैं।
नियमों का पालन जरूरी
सीओ ट्रैफिक दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि यातायात माह के अंतर्गत जिले में जगह-जगह जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। सुरक्षित यातायात तभी संभव है, जब सभी अपनी जिम्मेदारी समझें। हेलमेट व सीट बेल्ट लगाएं। यातायात नियमों का पालन जरूर करें।
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हाल ही में पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस अधीक्षकों को हादसों पर अंकुश के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देशित किया। मंडल स्तर पर भी समीक्षा की गई। एक्सप्रेस वे और हाईवे पर दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं, इसलिए उस तरफ ज्यादा फोकस करने की जरूरत बताई गई। मौजूदा समय में पूरे जिले में 21 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इनमें से आठ स्थल ऐसे हैं, जहां सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। इन स्थानों पर राहगीरों की जागरूकता के लिए संकेतक लगाने के साथ ही सड़क इंजीनियरिंग पर काम करने की जरूरत बताई गई है।
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आठ दुर्घटना बहुल स्थल से गुजरें संभलकर
बांदा-टांडा हाईवे पर मुंशीगंज चौराहा, निगोहा, अकेलवा चौराहा
प्रयागराज-अयोध्या हाईवे पर दुर्गापुर चौराहा,
लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर नागेश्वरगंज, पूरे प्रेम शाह, कस्तूरी पूरब, धरौली।
आंकड़े दे रहे गवाही
वर्ष मृतक घायल
2020 171 115
2021 174 101
2022 199 103
2023 228 155
2024 234 223
2025 188 207 (अक्तूबर तक)
हादसों के ये प्रमुख कारण
गलत दिशा में ड्राइविंग, वाहनों की तेज रफ्तार, नशे में गाड़ी चलाना हादसों की मुख्य कारण रहे। इसके अलावा ड्राइविंग करते समय मोबाइल पर बात करने या कान में हेड फोन लगाने की वजह से भी दुर्घटनाएं हुई हैं। आवारा जानवर भी कई बाहर हादसों की वजह बन चुके हैं।
नियमों का पालन जरूरी
सीओ ट्रैफिक दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि यातायात माह के अंतर्गत जिले में जगह-जगह जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। सुरक्षित यातायात तभी संभव है, जब सभी अपनी जिम्मेदारी समझें। हेलमेट व सीट बेल्ट लगाएं। यातायात नियमों का पालन जरूर करें।