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Amethi News: खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना कर संगीता बनीं आत्मनिर्भर
संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी
Updated Sat, 13 Sep 2025 01:35 AM IST
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अमेठी सिटी। खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना कर अमेठी की संगीता आत्मनिर्भर बनने संग कई जनपदों में अपने उत्पादों की बिक्री कर रही हैं। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) के तहत ऋण व अनुदान लेकर इकाई की स्थापना कर दूसरी महिलाओं को भी रोजगार देकर उन्हें भी आत्मनिर्भर बना रही हैं।
पीएमएफएमई के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। पात्र लाभार्थियों को खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना व उन्नयन के लिए वित्तीय सहायता, तकनीक प्रदान कर रहा है। इस योजना के तहत अमेठी कस्बे के कायस्थ टोला निवासी संगीता ने व्यापार की शुरुआत की। योजना के तहत आवेदन कर 8.60 लाख रुपये का ऋण लेकर आंवला सहित अन्य खाद्य पदार्थों को बनाने के लिए आधुनिक मशीनरी व संसाधन स्थापित किए। इस पर उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण विभाग की ओर से 35 फीसदी अनुदान भी मिला।
आज वह अपनी इकाई में आंवला से बने अचार, मुरब्बा, लड्डू, बर्फी, कैंडी, जूस, पाउडर आदि का उत्पादन कर रही हैं। इसकी बिक्री स्थानीय बाजारों संग अन्य जनपदों में कर रही हैं। आज वह आत्मनिर्भर बनने के साथ ही अन्य महिलाओं को भी रोजगार देकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत कर रही हैं। सीडीओ सूरज पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का उद्देश्य किसानों, महिला स्व-सहायता समूहों, उद्यमियों व किसान उत्पादक संगठनों को सशक्त करना है।
पात्रता शर्तों को पूरा करने वाले संबंधित को योजना का लाभ शत-प्रतिशत दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला उद्यान अधिकारी को इस संबंध में पात्र लाभार्थियों को योजना से आच्छादित करने संग उन्हें प्रशिक्षण व तकनीकी सहायता प्रदान किए जाने आदि के संबंध में निर्देश दिया गया है।

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पीएमएफएमई के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। पात्र लाभार्थियों को खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना व उन्नयन के लिए वित्तीय सहायता, तकनीक प्रदान कर रहा है। इस योजना के तहत अमेठी कस्बे के कायस्थ टोला निवासी संगीता ने व्यापार की शुरुआत की। योजना के तहत आवेदन कर 8.60 लाख रुपये का ऋण लेकर आंवला सहित अन्य खाद्य पदार्थों को बनाने के लिए आधुनिक मशीनरी व संसाधन स्थापित किए। इस पर उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण विभाग की ओर से 35 फीसदी अनुदान भी मिला।
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आज वह अपनी इकाई में आंवला से बने अचार, मुरब्बा, लड्डू, बर्फी, कैंडी, जूस, पाउडर आदि का उत्पादन कर रही हैं। इसकी बिक्री स्थानीय बाजारों संग अन्य जनपदों में कर रही हैं। आज वह आत्मनिर्भर बनने के साथ ही अन्य महिलाओं को भी रोजगार देकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत कर रही हैं। सीडीओ सूरज पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का उद्देश्य किसानों, महिला स्व-सहायता समूहों, उद्यमियों व किसान उत्पादक संगठनों को सशक्त करना है।
पात्रता शर्तों को पूरा करने वाले संबंधित को योजना का लाभ शत-प्रतिशत दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला उद्यान अधिकारी को इस संबंध में पात्र लाभार्थियों को योजना से आच्छादित करने संग उन्हें प्रशिक्षण व तकनीकी सहायता प्रदान किए जाने आदि के संबंध में निर्देश दिया गया है।