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Ayodhya News: सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा शुक्रवार, 14 पर लुढ़का पारा
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22-वजीरगंज से देवकाली जाने वाले मार्ग पर कोहरे के बीच लाइट जलाकर गंतव्य कीओर जाते राहगीर।-संवाद
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अयोध्या। सर्दी के इस सीजन का सबसे ठंडा दिन शुक्रवार को रहा। अधिकतम तापमान लुढ़क कर 14 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इसमें सामान्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इसी के साथ शीतलहर भी शुरू हो गई। सुबह के वक्त घने कोहरे ने वाहनों की रफ्तार रोक दी। पूरे दिन हर किसी को गलन सताती रही।
बृहस्पतिवार रात से शुरू हुआ कोहरे का प्रभाव लगातार बढ़ता गया। शुक्रवार को सुबह भी इसमें कोई कमी नहीं आई। ऐसे में हाईवे के साथ अन्य मार्गों पर वाहन रेंगते रहे। सुबह के समय घरों से निकले लोगों विशेषकर स्कूल-कॉलेज के लिए निकले छात्र-छात्राओं को दृश्यता काफी कम होने के चलते आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ा। सुबह नौ बजे तक यही स्थिति रही। इसके बाद धीरे-धीरे कोहरे का प्रभाव कम होना शुरू हुआ।
इसके बाद भी आसमान में बादल छाए रहने के चलते पूरे दिन हल्की धूप भी नहीं निकली। ऐसी स्थिति में पिछले मंगलवार से दिन के पारे में शुरू हुए गिरावट के क्रम के बीच शुक्रवार को गलन ने सबसे ज्यादा सताया। इसी का नतीजा रहा कि अधिकतम तापमान एक दिन पहले की तुलना में तीन डिग्री की और गिरावट के साथ 14 पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान बृहस्पतिवार की तुलना में एक डिग्री कम और सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक 10 रहा। 3.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिणी-पश्चिमी दिशा में चली हवाओं ने शीतलहर का अहसास कराया।
घने कोहरे से राहत मिलने के आसार नहीं
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. सीताराम मिश्र ने बताया कि फिलहाल अगले दो दिनों तक घने कोहरे से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। आसमान में बादल छाए रहने और धूप निकलने की संभावना न होने से अधिकतम तापमान में गिरावट बरकरार रहेगी। शीतलहर की स्थिति बने रहने से गलन में भी कोई कमी नहीं आएगी। ऐसे में न्यूनतम तापमान सामान्य रहने के बावजूद ठिठुरन का अहसास होता रहेगा।
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बृहस्पतिवार रात से शुरू हुआ कोहरे का प्रभाव लगातार बढ़ता गया। शुक्रवार को सुबह भी इसमें कोई कमी नहीं आई। ऐसे में हाईवे के साथ अन्य मार्गों पर वाहन रेंगते रहे। सुबह के समय घरों से निकले लोगों विशेषकर स्कूल-कॉलेज के लिए निकले छात्र-छात्राओं को दृश्यता काफी कम होने के चलते आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ा। सुबह नौ बजे तक यही स्थिति रही। इसके बाद धीरे-धीरे कोहरे का प्रभाव कम होना शुरू हुआ।
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इसके बाद भी आसमान में बादल छाए रहने के चलते पूरे दिन हल्की धूप भी नहीं निकली। ऐसी स्थिति में पिछले मंगलवार से दिन के पारे में शुरू हुए गिरावट के क्रम के बीच शुक्रवार को गलन ने सबसे ज्यादा सताया। इसी का नतीजा रहा कि अधिकतम तापमान एक दिन पहले की तुलना में तीन डिग्री की और गिरावट के साथ 14 पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान बृहस्पतिवार की तुलना में एक डिग्री कम और सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक 10 रहा। 3.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिणी-पश्चिमी दिशा में चली हवाओं ने शीतलहर का अहसास कराया।
घने कोहरे से राहत मिलने के आसार नहीं
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. सीताराम मिश्र ने बताया कि फिलहाल अगले दो दिनों तक घने कोहरे से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। आसमान में बादल छाए रहने और धूप निकलने की संभावना न होने से अधिकतम तापमान में गिरावट बरकरार रहेगी। शीतलहर की स्थिति बने रहने से गलन में भी कोई कमी नहीं आएगी। ऐसे में न्यूनतम तापमान सामान्य रहने के बावजूद ठिठुरन का अहसास होता रहेगा।
