{"_id":"68c8319285cb021fd60b0ef9","slug":"professors-will-take-20-of-the-classes-of-self-finance-course-ayodhya-news-c-13-1-lko1045-1385689-2025-09-15","type":"story","status":"publish","title_hn":"Ayodhya News: सेल्फ फाइनेंस कोर्स की 20 फीसदी क्लास लेंगे प्रोफेसर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Ayodhya News: सेल्फ फाइनेंस कोर्स की 20 फीसदी क्लास लेंगे प्रोफेसर
विज्ञापन

विज्ञापन
आदर्श शुक्ल
अयोध्या। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को अब सेल्फ फाइनेंस कोर्स की भी 20 फीसदी क्लास लेनी होगी। इस पर सहमति बनने के साथ नियमित शिक्षकों के यूजी पाठ्यक्रमों में पढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है। ऐसे में अब राजभवन के निर्देशों के अनुसार नया टाइम टेबल भी फाइनल हो गया है।
प्रदेश की राज्यपाल और राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की मंशा के अनुसार विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं की कक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए नए सिरे से टाइम टेबल को फाइनल करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम बोबड़े, विशेष कार्याधिकारी डॉ. पंकज एल जानी और अशोक देसाई के निर्देशन में कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह और कुलसचिव विनय सिंह इसके लिए निरंतर प्रयासरत रहे।
इन्हीं संयुक्त कवायदों का नतीजा रहा कि विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और निदेशकों की देखरेख में विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए नया टाइम टेबल अब आकार ले चुका है। इसका सबसे ज्यादा फायदा विश्वविद्यालय में स्ववित्तपोषित योजना के तहत संचालित पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को मिलेगा। अब उन्हें अतिथि प्रवक्ता और संविदा शिक्षकों के साथ असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफसरों की क्लास का हिस्सा बनने का भी मौका मिल सकेगा।
अभी तक विश्वविद्यालय में नियमित और अनुदानित पाठ्यक्रमों के नियमित शिक्षक स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को नहीं पढ़ाते थे। राजभवन और कुलपति दोनों की मंशा रही कि नियमित शिक्षक भी स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों की कक्षा में पढ़ाएं। इसके विपरीत नियमित शिक्षक इस नई व्यवस्था से बचने की कोशिश में जुटे हुए थे। यही वजह रही कि विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विभागों की ओर से उपलब्ध कराए गए अनंतिम टाइम टेबल को कुलपति के निर्देश पर कुलसचिव ने खारिज कर दिया था।
इसके बाद नए सिरे से तैयार किए गए टाइम टेबल में सुधार करते हुए अब नियमित शिक्षकों के शिक्षण कार्य को भी शामिल कर लिया गया है। इस बारे में कुलसचिव विनय सिंह ने अमर उजाला को बताया कि राजभवन के सुझाव और कुलपति के मार्गदर्शन के अनुसार नया टाइम टेबल बन गया है। इसके अनुसार अब नियमित शिक्षक भी स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों की कक्षाओंं में पढ़ाएंगे। इस नई व्यवस्था को सभी शैक्षणिक विभागों में प्रभावी करने की जिम्मेदारी डीन को सौंपी गई है।

Trending Videos
अयोध्या। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को अब सेल्फ फाइनेंस कोर्स की भी 20 फीसदी क्लास लेनी होगी। इस पर सहमति बनने के साथ नियमित शिक्षकों के यूजी पाठ्यक्रमों में पढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है। ऐसे में अब राजभवन के निर्देशों के अनुसार नया टाइम टेबल भी फाइनल हो गया है।
प्रदेश की राज्यपाल और राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की मंशा के अनुसार विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं की कक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए नए सिरे से टाइम टेबल को फाइनल करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम बोबड़े, विशेष कार्याधिकारी डॉ. पंकज एल जानी और अशोक देसाई के निर्देशन में कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह और कुलसचिव विनय सिंह इसके लिए निरंतर प्रयासरत रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन
इन्हीं संयुक्त कवायदों का नतीजा रहा कि विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और निदेशकों की देखरेख में विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए नया टाइम टेबल अब आकार ले चुका है। इसका सबसे ज्यादा फायदा विश्वविद्यालय में स्ववित्तपोषित योजना के तहत संचालित पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को मिलेगा। अब उन्हें अतिथि प्रवक्ता और संविदा शिक्षकों के साथ असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफसरों की क्लास का हिस्सा बनने का भी मौका मिल सकेगा।
अभी तक विश्वविद्यालय में नियमित और अनुदानित पाठ्यक्रमों के नियमित शिक्षक स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को नहीं पढ़ाते थे। राजभवन और कुलपति दोनों की मंशा रही कि नियमित शिक्षक भी स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों की कक्षा में पढ़ाएं। इसके विपरीत नियमित शिक्षक इस नई व्यवस्था से बचने की कोशिश में जुटे हुए थे। यही वजह रही कि विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विभागों की ओर से उपलब्ध कराए गए अनंतिम टाइम टेबल को कुलपति के निर्देश पर कुलसचिव ने खारिज कर दिया था।
इसके बाद नए सिरे से तैयार किए गए टाइम टेबल में सुधार करते हुए अब नियमित शिक्षकों के शिक्षण कार्य को भी शामिल कर लिया गया है। इस बारे में कुलसचिव विनय सिंह ने अमर उजाला को बताया कि राजभवन के सुझाव और कुलपति के मार्गदर्शन के अनुसार नया टाइम टेबल बन गया है। इसके अनुसार अब नियमित शिक्षक भी स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों की कक्षाओंं में पढ़ाएंगे। इस नई व्यवस्था को सभी शैक्षणिक विभागों में प्रभावी करने की जिम्मेदारी डीन को सौंपी गई है।