Baghpat: आलू-टमाटर पर मौसम की मार, झुलसा रोग का खतरा बढ़ा, किसानों की चिंता बढ़ी
बागपत में घना कोहरा और बढ़ती ठंड से आलू व टमाटर की फसल प्रभावित हो रही है।झुलसा रोग के खतरे को देखते हुए किसान कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर रहे हैं।
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लगातार बढ़ती ठंड के साथ घना कोहरा किसानों की चिंता का कारण बन गया है। इसका असर आलू व टमाटर की फसल के लिए यह स्थिति नुकसानदायक साबित होने लगा है। बागपत जनपद के रटौल में किसानों की फसल में झुलसा रोग लगने का खतरा बना गया है और कई स्थानों पर रोग लगने से टमाटर की फसल खराब होने लगी है। फसल को बचाने के लिए किसान कीटनाशक दवाई का छिड़काव कर रहे है।
क्षेत्र के रटौल, लहचौड़ा, गौना, सिंगोली तगा, सरफाबाद, फुलैरा, भैडापुर, विनयपुर, गढ़ी कलंजरी, बड़ागांव, ललियाना आदि गांव के किसान आलू की फसल की बुआई करते है। रटौल, लहचौड़ा, ललियाना आदि गांव के किसान आलू के साथ-साथ टमाटर, मटर, गोभी की फसल की भी बुआई करते है।
यहां के आलू की मांग दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में किसान आपूर्ति करते है, लेकिन इस बार अधिक कोहरा व ठंड होने के कारण सब्जियों की फसल पर झुलसा रोग लगने का खतरा बना गया है। कई गांवों में तो टमाटर पर रोग लगने के कारण फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई है।
किसान सुल्तान चौधरी, शिवम शर्मा, मनोज यादव, रहीस चौधरी, पप्पू शर्मा, राजकुमार यादव, रामकिशन, इंतजार अली आदि ने बताया कि ठंड व कोहरा के कारण फसल नष्ट हो रही है। फसल को बचाने के लिए कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि झुलसा रोग न लग सकें।
-कोहरा व पाला से सब्जियों की फसल को अधिक नुकसान पहुंच रहा है। आलू की फसल को ज्यादा नुकसान नहीं है, लेकिन अन्य फसल को नुकसान पहुंच रहा है। फसल बचाने के लिए कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। -कृष्ण शर्मा, लहचौड़ा
-आलू की फसल पर कोहरे व पाले का असर अधिक पड़ रहा है। फसल को बचाने के लिए सप्ताह में एक बार सिंचाई व दवाई का छिड़काव करना पड़ रहा है, ताकि फसल में नमी कम हो जाए। -मुरसलीन चौधरी, रटौल
