आंदोलन: टिकैत की बड़ी मांग, सरकार मांगें पूरी कर सम्मान के साथ किसानों को बॉर्डर से उठाए
नरेश टिकैत ने सरकार के सामने बड़ी मांग की है। टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों की मांगें पूरी कर उन्हें सम्मान के साथ बॉर्डर से उठाए। वहीं बागपत में रालोद के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।

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भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि हम देश के प्रधानमंत्री का सिर नहीं झुकाना चाहते, लेकिन किसानों का भी सम्मान बरकार रहे। इसके लिए जरूरी है कि सरकार आंदोलनरत किसानों की मांगें पूरी कर सम्मान के साथ उन्हें गाजीपुर बॉर्डर से उठाए।

बागपत के बड़ौत में शुक्रवार को पीएन शर्मा पार्क पर रालोद के प्रवक्ता अरुण तोमर उर्फ बॉबी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर नरेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है। सरकार ने कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की है, जो कि बहुत अच्छा है। किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम मिले, एमएसपी पर कानून बने, अब इस पर सरकार को निर्णय लेना है। कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो एमएसपी पर कानून बनाने को लेकर आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते देश के प्रधानमंत्री का सिर झुके, सरकार बहुत अच्छी है। इसके साथ यह भी बहुत जरूरी है कि सरकार किसानों का भी सम्मान बरकार रखें। आंदोलन पर बैठे किसानों को उनकी मांगें पूरी कर सम्मान के साथ उठाए। कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा 27 नवंबर को होने वाली बैठक में जो निर्णय लेगा, उस पर कार्य किया जाएगा। इसके बाद उनके साथ किसान गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए।
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संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय का होगा सम्मान : सुरेंद्र चौधरी
किसान आंदोलन की वर्षगांठ को लेकर पट्टी चौधरान में देशखाप चौधरी के आवास पर शुक्रवार को किसानों की बैठक हुई। चौधरी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन को एक साल पूर्ण हो गया है। सरकार ने कृषि आंदोलन वापस लेने की घोषणा भी कर दी है। सरकार ऐसे ही नहीं झुकी है, इस एक साल में 700 से अधिक किसानों की शहादत हुई है। किसानों ने बहुत कुछ खोया है, अब एमएसपी पर सरकार से बातचीत होगी।
देशखाप चौधरी का कहना था कि संयुक्त किसान मोर्चा जो भी निर्णय लगा, देश का किसान उसी का पालन करेगा। इस दौरान किसानों ने इस आंदोलन में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि भी दी। इस अवसर पर थांबेदार बामनौली श्याम सिंह, गौरव बड़ौत, अरुण तोमर बोबी आदि शामिल रहे।
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उधर, चौबासी खाप चौधरी सुभाष ने कहा कि हम किसान मोर्चा के साथ है। जो निर्णय किसान मोर्चा लेगा, हम उसका सम्मान करेंगे और आंदोलन को कमजोर नहीं होने देंगे।